हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में मजबूत शुरुआत के बाद बाजार में कई बार बिकवाली और खरीदारी देखने को मिली। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी लाल और हरे निशान में कारोबार करते रहें। हालांकि, आखिरी घंटे में मुनाफावसूली हावी होने से बाजार में बड़ी गिरावट आई। इसके चलते बीएसई सेंसेक्स 311.03 अंक लुढ़ककर 60,691.54 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 99.60 अंक टूटकर 17,844.60 अंक पर बंद हुआ। आज के कारोबार में बैंकिंग और आईटी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। हैवीवेट रिलांयस के शेयरों में भी गिरावट रही। वहीं, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में तेजी देखने को मिली।
आज पूरे दिन इस तरह रही बीएसई सेंसेक्स की चाल
आपको बता दें कि एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख के चलते सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स 165.9 अंक चढ़कर 61,168.47 अंक पर खुला था। वहीं, एनएसई निफ्टी 35.25 अंक बढ़कर 17,979.45 पर खुला था। सेंसेक्स में पावर ग्रिड, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आईटीसी, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी और एचडीएफसी बैंक बढ़ने वाले प्रमुख शेयर थे। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 316.94 अंक या 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,002.57 पर बंद हुआ था। निफ्टी 91.65 अंक या 0.51 प्रतिशत टूटकर 17,944.20 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 624.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
इस तरह एनएसई निफ्टी तेजी में खुलकर बाद में लुढ़का
निफ्टी में ये रहे टॉप 5 गेनर और लूजर शेयर
निफ्टी के 30 शेयरों में रही गिरावट
निफ्टी के 30 शेयरों में गिरावट हुई, जबकि 20 शेयर बढ़े। सेंसेक्स के शेयरों में मारुति, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले और आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख रूप से टूटे। दूसरी ओर अल्ट्राटेक सीमेंट, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और भारती एयरटेल में बढ़त हुई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का ब्योरा जारी होने वाला है। इससे पहले शेयरों में गिरावट आ रही है। मुद्रास्फीति के खिलाफ लड़ाई के बीच फेडरल रिजर्व के सख्त बने रहने का अनुमान है। हालांकि, वैश्विक बाजारों पर इसका गंभीर असर होने की उम्मीद नहीं है।'' उन्होंने कहा कि लगातार ऊंची ब्याज दरों के कारण मांग और आय परिदृश्य में मंदी आ रही है, इसलिए निकट भविष्य में सतर्क रहना होगा।
बैंकिंग स्टॉक में गिरावट से बाजार पर दबाव बढ़ा
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बैंकिंग और वित्तीय शेयरों में लगातार दबाव के साथ ही ऊर्जा क्षेत्र की बड़ी कंपनियों में गिरावट ने नकारात्मक रुख को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, बैंकिंग शेयरों में गिरावट ने आज बाजारों को नीचे खींच लिया। निवेशकों को ब्याज दर में बढ़ोतरी की आशंका, बढ़ती मुद्रास्फीति और अडाणी घटनाक्रम जैसे कारक प्रभावित कर रहे हैं। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, चीन की तुलना में भारतीय शेयर अभी भी महंगे हैं, और इसलिए निवेशक इसे अपनी हिस्सेदारी कम करने के लिए एक अवसर के रूप में ले रहे हैं।
स्मॉलकैप ओर मिडकैप में गिरावट
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप 0.16 प्रतिशत और मिडकैप 0.12 प्रतिशत गिर गया। क्षेत्रवार बात करें तो तेल और गैस में 1.12 प्रतिशत, बैंकिंग में 1.06 प्रतिशत, ऊर्जा में 0.99 प्रतिशत, वित्तीय सेवाओं में 0.90 प्रतिशत, रियल्टी में 0.72 प्रतिशत और दूरसंचार में 0.70 प्रतिशत की गिरावट आई। आईटी, ऑटो, प्रौद्योगिकी और सेवा क्षेत्र में बढ़त रही। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत चढ़कर 83.79 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।