भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। आज बीएसई सेंसेक्स 1,272.07 अंक (1.49 प्रतिशत) गिरकर 84,299.78 अंकों पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय बीएसई सेंसेक्स 1,314.71 अंकों की गिरावट के साथ 84,257.14 अंकों पर पहुंच गया था। इसी तरह, निफ्टी 50 भी आज 368.10 अंकों (1.41 प्रतिशत) की बड़ी गिरावट के साथ 25,810.85 पर बंद हुआ। हफ्ते के पहले दिन ऑटो और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
सोमवार को निवेशकों के 3.57 लाख करोड़ रुपये डूबे
शेयर बाजार में इस एक दिन की गिरावट से निवेशकों में हाहाकार मच गया। दरअसल, सिर्फ 1 दिन की गिरावट से निवेशकों के 3.57 लाख करोड़ रुपये डूब गए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पश्चिमी एशिया में बढ़ रहे तनाव और जापानी बाजार में गिरावट की वजह से भारतीय बाजार में भी बिकवाली का जोर रहा, जिससे बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। आज की इस गिरावट के बाद बीएसई लिस्ट कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3,57,885.53 करोड़ रुपये घटकर 4,74,35,137.15 करोड़ रुपये पर आ गया।
बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलकैप मामूली बढ़त के साथ बंद
सोमवार को बीएसई मिडकैप 0.28 प्रतिशत और बीएसई स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत की मामूली बढ़त लेने में सफल रहे। आज ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा 1.91 प्रतिशत, बैंकिंग में 1.82 प्रतिशत और रियल्टी में 1.80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, गिरावट के बीच मेटल और कमोडिटी सेगमेंट में बढ़त दर्ज की गई।
सोमवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के पीछे क्या रही वजह
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, "पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ने के खतरे और जापानी करेंसी येन की दरों में बढ़ोतरी से दुनियाभर के बाजारों में में जबरदस्त उतार-चढ़ाव की स्थिति रही। नायर ने कहा कि ग्लोबल मार्केट के दबाव और हाई वैल्यूएशन की वजह से भारतीय बाजार में भी गिरावट देखी गई।