शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। मार्केट में बड़ी गिरावट से निवेशकों के लाखों करोड़ डूब गए हैं। निवेशक समझ नहीं पा रहे हैं कि यह गिरावट कब थमेगी। बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह, विदेशी निवेशकों की ओर से की जा रही भारी बिकवाली है। हालांकि, इस बीच एक अच्छी खबर आई है। दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के फाउंडर ने गुरुवार को एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि भारतीय बाजार में गिरावट आ रही है। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता लेकिन उन्होंने कहा कि यह एक अस्थायी घटना है और निफ्टी फिर 30,000 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचेगा।
विदेशी निवेशक फिर वापस आएंगे
रामदेव अग्रवाल ने कहा कि भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद और विकास की संभावना एफआईआई को फिर से भारतीय बाजार में पैसे लगाने के लिए आकर्षित करेगी। अग्रवाल ने टिप्पणी की, "एक बार जब वे भारत से बाहर निकल जाएंगे, तो पुनः प्रवेश की कीमत बहुत अधिक होगी, और शायद जब वे वापस आएंगे, तो निफ्टी सूचकांक 30,000 तक पहुंच जाएगा।" आपको बता दें कि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पिछले 6-7 सप्ताह से भारत में बिकवाली कर रहे हैं। इसके कई कारण हैं, जैसे चीन की ओर रुख, डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी चुनावी जीत के बाद अमेरिकी बाजारों का आकर्षक दिखना, ट्रंप की अनुकूल टिप्पणियों से क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा मिलना और भारत में आय का मूल्यांकन के अनुरूप नहीं पहुंचना।
निवेशकों को निवेशित रहने की सलाह
अग्रवाल ने भारतीय निवेशकों को सलाह दी कि वे बाजार चक्रों का समय जानने की कोशिश करने के बजाय पूरी तरह से निवेशित रहें, खास तौर पर भारत की हाई कंपाउंडिंग क्षमता को देखते हुए। उन्होंने अपने 45 साल के बाजार अनुभव का लाभ उठाते हुए, अनुभवी निवेशक ने जोर देकर कहा कि जो निवेशक दीर्घकालिक दृष्टिकोण बनाए रखते हैं और अल्पकालिक बाजार अस्थिरता को झेलते हैं, उन्हें काफी लाभ होता है।