भारतीय शेयर बाजार में अक्टूबर से शुरू हुआ गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। इस दौरान शेयर बाजार निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। बीएसई का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी 50 इस साल रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद लगातार भारी गिरावट से गुजर रहे हैं। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजे और बढ़ी हुई वैल्यूएशन के बीच निफ्टी 50 सितंबर में अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर से 10 प्रतिशत से ज्यादा नीचे आ चुका है।
ऑल टाइम हाई से 10.44 प्रतिशत नीचे आया निफ्टी 50
बीएसई सेंसेक्स इस साल 27 सितंबर को 85,978.25 के अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। निफ्टी ने भी इसी दिन 26,277.35 का ऑल टाइम हाई टच किया था। हालांकि, अक्टूबर की शुरुआत से ही बाजार भयानक गिरावट की चपेट में आ गए। सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से 8,397.94 अंक (9.76 प्रतिशत) नीचे आ चुका है। निफ्टी भी रिकॉर्ड उच्चस्तर से 2,744.65 अंक (10.44 प्रतिशत) नीचे है।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे कई बड़ी वजहें
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘‘ऊंची वैल्यूएशन ने पहले ही चिंताएं बढ़ा दी थीं, लेकिन चीन में प्रोत्साहन पैकेज ने विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के प्रवाह को भारत से चीन की ओर मोड़ दिया। दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों ने इस पलायन को और हवा दे दी। इसके अलावा अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी ने भारतीय शेयर बाजार के दबाव को और ज्यादा बढ़ा दिया, जिससे एफआईआई की बिकवाली बढ़ गई।''
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में निकाले 94,000 करोड़ रुपये
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर पैसे निकाल लिए। संतोष मीणा ने कहा कि इस तिमाही में सबसे बड़ी निराशा एफएमसीजी शेयरों से हुई, जहां मजबूत आय की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं। बताते चलें कि गुरुवार को भी भारतीय बाजार में गिरावट दर्ज की गई, हालांकि ये गिरावट बहुत कष्टदायी नहीं थी। गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 110.64 अंकों के नुकसान के साथ 77,580.31 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी 26.35 अंकों की गिरावट के साथ 23,532.70 अंकों पर बंद हुआ था।