हेल्थकेयर कंपनी मेडी असिस्ट का शेयर (Medi Assist Share Listing) स्टॉक एक्स्चेंजों पर प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 11.2 फीसदी प्रीमियम पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 10 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुआ। शुरुआती कारोबार में कंपनी का शेयर बीएसई पर 3.43 फीसदी या 15.95 रुपये की बढ़त लेकर 480.95 रुपये पर ट्रेड करता दिखाई दिया। इस तरह आईपीओ में पैसा लगाने वालों को करीब 15 फीसदी का फायदा होता दिखा। शुरुआती कारोबार में यह अधिकतम 509.60 रुपये तक गया। मेडी असिस्ट का आईपीओ प्राइस 397 रुपये से लेकर 418 रुपये प्रति शेयर था।
निवेशकों से मिला था मजबूत रिस्पांस
मेडी असिस्ट के आईपीओ को निवेशकों से मजबूत रिस्पांस मिला था। यह आईपीओ 16.25 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्यूआईबी के लिए रिजर्व हिस्सा 40 गुना, एनआईबी के लिए रिजर्व हिस्सा 14.85 गुना और रिलेट निवेशकों का हिस्सा 3.19 गुना सब्सक्राइब हुआ है। मेडी असिस्ट के आईपीओ का साइज 1,171.58 करोड़ रुपये था। मेडी असिस्ट आईपीओ का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए, 15% हिस्सा नॉन-इंस्टिट्यूशनल इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए और 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया था।
क्या करती है कंपनी?
मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज लिमिटेड अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनियों मेडवेन्टेज टीपीए, रक्षा टीपीए और मेडी असिस्ट टीपीए के माध्यम से बीमा कंपनियों को थर्ड-पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन सेवाएं प्रदान करती है। यह एक ऐसा संगठन है, जो बीमा कंपनियों की ओर से हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम्स को संभालता है और नेटवर्क प्रबंधन, पॉलिसी प्रशासन तथा ग्राहक सेवा जैसी सेवाएं प्रदान करता है। अपनी सहायक कंपनियों आईएचएमएस, मेफेयर इंडिया, मेफेयर यूके, मेफेयर ग्रुप होल्डिंग, मेफेयर फिलीपींस और मेफेयर सिंगापुर की मदद से कंपनी अतिरिक्त स्वास्थ्य और सहायक सेवाएं भी प्रदान करती है। इनमें हॉस्पिटलाइजेशन, कॉल सेंटर, कस्टमर रिलेशंस, कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट, बिलिंग और क्लेम प्रोसेसिंग सर्विसेज शामिल हैं।