पिछला साल आईपीओ मार्केट के लिए अच्छा नहीं रहा है। बाजार में अनिश्चितता हावी होने से 2022 में आईपीओ से कंपनियां 55 फीसदी कम रकम जुटाने में सफल हो पाई। आपको बता दें कि 2022 (जनवरी से दिसंबर) में 40 आईपीओ से 59,412 करोड़ रुपये जुटाए गए। वहीं, 2021 में 63 आईपीओ से 1,18,723 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। ऐसे में इस साल आईपीओ मार्केट में बेहतरी की उम्मीद है। इसी उम्मीद में 54 कंपनियां अपना आईपीओ लाने की तैयारी में है।
बाजार से 84 हजार करोड़ जुटाने की योजना
इस साल 54 कंपनियों ने 84,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। प्राइमडेटाबेस के अनुसार, लगभग 57,000 करोड़ रुपये जुटाने वाली अन्य 33 कंपनियां सेबी से आईपीओ लाने की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। इन 87 कंपनियों में से 8 नए जमाने की टेक कंपनियां हैं जो लगभग 29,000 करोड़ रुपये जुटा रही हैं। प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा कि 2022 के आखिरी 2 महीनों में देखी गई गति कम से कम छोटे साइज यानी कम रकम के आईपीओ के लिए जारी रहने की संभावना है। हालांकि, बड़े साइज के सौदों को देखने से पहले हमें कुछ समय लग सकता है, विशेष रूप से एफपीआई से निरंतर रुचि की कमी के चलते।
2022 के मुकाबले कम कंपनियों ने दिया आवेदन
आईपीओ लोन के लिए 2022 में 128 कंपनियों की तुलना में कैलेंडर वर्ष 2022 में 85 कंपनियों ने अनुमोदन के लिए सेबी के साथ अपना प्रस्ताव दस्तावेज दाखिल किया। दूसरी ओर, 27 कंपनियां लगभग 37,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही हैं, 2022 में उनकी मंजूरी समाप्त हो गई है, और 7 कंपनियां रुपये जुटाने की तलाश में हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 4,200 करोड़ ने अपना ऑफर डॉक्यूमेंट वापस ले लिया।
इन कंपनियों को सेबी से मंजूरी का इंतजार
कई ऐसी कंपनियां हैं, जिनपर सेबी की निगरानी अभी खत्म नहीं है। उनके नाम हैं, एलाइड ब्लेंडर्स, स्नैपडील, यात्रा ऑनलाइन, प्रोटियन ईगोव टेक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, ड्रूम टेक्नोलॉजी, बीबा फैशन, नवी टेक्नोलॉजीज, विक्रम सोलर, सेन्को गोल्ड, यथार्थ हॉस्पिटल और आधार हाउसिंग शामिल हैं। जिन कंपनियों ने ओएफएस के लिए दस्तावेज जमा किए हैं और बाजार नियामक की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, उनमें होनासा कंज्यूमर, इंडीजीन, मैनकाइंड फार्मा, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस, बालाजी सॉल्यूशंस, लावा इंटरनेशनल, इंडियाफर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस, यात्रा ऑनलाइन, एसबीएफसी फाइनेंस और बजाज स्पेशलिटी केमिकल्स शामिल हैं।