कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत ने देश के राजनीतिक समीकरण को झटके में बदल दिया है। कांग्रेस की एकतरफा जीत ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर प्रभाव डलेगा। ऐसे में इस चुनाव परिणाम का बड़ा सोमवार को शेयर बाजार पर दिख सकता है। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड, संतोष मीणा ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की एकतरफा जीत का बाजार पर निगेटिव असर होगा। बाजार में बिकवाली आ सकती है। अप्रैल से निफ्टी में लगातार तेजी है। ऐसे में अगर बिकवाली आती है तो निफ्टी एक बार फिर 18,000 से 18,200 के स्तर पर पहुंच सकता है।
इन अहम आंकड़ों का होगा बाजार पर असर
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह महंगाई के आंकड़ों, वैश्विक रुख और कंपनियों के चौथी तिमाही के परिणामों से तय होगी। सबसे पहले बाजार शुक्रवार को जारी हुए औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार भागीदार सबसे पहले शुक्रवार को कारोबारी घंटों के बाद जारी हुए आईआईपी और सीपीआई के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देंगे। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा 15 मई को आएगा। वृहद आर्थिक आंकड़ों के अलावा वैश्विक रुख विशेषरूप से अमेरिका के बाजार का रुझान और विदेशी कोषों का प्रवाह बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा।’’
खुदरा महंगाई में मिली है राहत
अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 18 महीने के निचले स्तर 4.7 प्रतिशत पर आ गई है। इसका मुख्य कारण सब्जियों, तेल और वसा की गिरती कीमतें थीं। अब यह भारतीय रिजर्व बैंक के चार प्रतिशत के लक्ष्य के करीब है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, मुख्य रूप से बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि फरवरी, 2023 के 5.8 प्रतिशत से मार्च में पांच महीने के निचले स्तर 1.1 प्रतिशत पर आ गई।
इन कंपनियों के तिमाही रिजल्ट आएंगे
मिश्रा ने कहा कि सप्ताह भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), जेएसडब्ल्यू स्टील और गेल जैसी बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। कांग्रेस 10 साल बाद कर्नाटक में अपने दम पर सत्ता में लौटी है। शनिवार को आए चुनावी नतीजों के अनुसार, कांग्रेस ने भाजपा को दक्षिणी के एकमात्र राज्य की सत्ता से भी बाहर कर दिया है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि.के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘कर्नाटक के नतीजों से बाजार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। लेकिन यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि निवेशक पहले ही इस परिणाम को स्वीकार कर चुके हैं। ऐसे में इससे बाजार पर खास असर पड़ने की संभावना नहीं है।’’
बीते हफ्ते बाजार में रही थी अच्छी तेजी
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 973.61 अंक या 1.59 प्रतिशत चढ़ गया। मास्टर कैपिटल सर्विसेज लि.के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘बाजार की कुल धारणा सकारात्मक है। हालांकि, इस समय शेयरों के दाम एक ऐसे स्तर पर हैं जहां भविष्य में इनमें ‘करेक्शन’ या मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।