साल का पहला महीना यानी जनवरी शेयर मार्केट निवेशकों के लिए फायदे से ज्यादा नुकसान देने वाला साबित हुआ है। अगर, पिछले 20 साल के निफ्टी 50 के रिटर्न का आंकड़ा देखें तो 13 बार निवेशकों को जनवरी के महीने में नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं, सिर्फ 7 बार बुल का पलड़ा भारी रहा है। आज हफ्ते के तीसरे दिन इस ट्रेंड की एक बार फिर से झलक देखने को मिल रही है। बीएसई सेंसेक्स 584.34 अंक टूटकर 60,709.86 अंक पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स ने 61 हजार के अहम स्तर को तोड़ दिया है। निफ्टी में भी 175.25 अंकों की बड़ी गिरावट आ गई है। निफ्टी 18,057.30 अंक पर कारोबार कर हरा है।
आम बजट से पहले बाजार पर दबाव
आम बजट से ज्यादातर साल शेयर बाजार पर दबाव देखने को मिला है। अगर पिछले साल का आंकड़ा देखें तो पिछला बजट 1 फरवरी 2022 को पेश हुआ था। ऐसे में 1 से 31 जनवरी 2022 तक की बात करें तो सेंसेक्स 59183 के स्तर से टूटकर 58014 के स्तर पर आ गया था। सेंसेक्स में 1169 अंकों यानी 2 फीसदी की गिरावट आई थी। वहीं, जनवरी, 2021 में सेंसेक्स 47868 के स्तर से टूटकर 46286 के स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स में 1582 अंकों यानी 3.3 फीसदी की गिरावट आई थी।
क्या 2023 में बदलेगा ट्रेंड?
जानकारों का कहना है कि निवेशक बाजार में तेजी को लेकर उत्साहित हैं। बाजार को हाई पर ले जाने में घरेलू निवेशकों की अहम भूमिका होगी। ऐसे में आगे बाजार का क्या मूड होगा यह कहना जल्दबाजी होगा। बाजार में गिरावट बढ़ सकती है या तेजी लौट सकती है यह आगे खबरों पर निर्भर करेगा।