Highlights
- 30 शेयरों वाले सेंसेक्स के पांच आईटी शेयर इस साल 43 फीसदी तक लुढ़क गए
- टेक महिंद्रा 42.68%, विप्रो 41.38% और एचसीएल टेक्नोलॉजीज 25.38% तक लुढ़का
- लंबी अवधि में आईटी क्षेत्र के लिए दो अंक में वृद्धि की काफी संभावनाएं
IT कंपनियों के शेयरों पर अभी दबाव बने रहने का अनुमान है। विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि प्रमुख वैश्विक बाजारों में बिगड़ती आर्थिक स्थिति और वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के चलते ऐसा होने की आशंका है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए संभावनाएं अच्छी बनी हुई हैं। कंपनियों के पास आने वाले वक्त में काम मजबूत बना हुआ है। देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का जून तिमाही का शुद्ध लाभ 5.2 प्रतिशत बढ़ा है। कंपनी के तिमाही नतीजे शुक्रवार को कारोबार बंद होने के बाद आए थे। इस बीच, आईटी शेयरों में गिरावट हो रही है और बीएसई आईटी सूचकांक इस साल अबतक लगभग 24 प्रतिशत गिर गया है।
परिचालन मार्जिन पर असर पड़ा
विश्लेषकों का मानना है कि विनिमय दर में उतार-चढ़ाव और बड़े पैमाने पर प्रतिभा की कमी के चलते वेतन बढ़ाने की चुनौतियों से परिचालन मार्जिन पर असर पड़ रहा है। हालांकि, कोई भी निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी, लेकिन ब्रिटेन में चल रहे घटनाक्रम पर भी सभी की बारिक नजर है। वहां तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। सुनक इन्फोसिस के सह-संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर में रिसर्च एसोसिएट अदिति पाटिल ने कहा कि अमेरिका और यूरोप में व्यापक आर्थिक वातावरण खराब होने के संकेत हैं और इसका असर आईटी क्षेत्र पर पड़ेगा।
आईटी शेयर इस साल 43 फीसदी तक लुढ़के
आईटी शेयरों के दबाव में रहने की आशंका है। यही वजह है कि 30 शेयरों वाले सेंसेक्स के पांच आईटी शेयर इस साल 43 फीसदी तक लुढ़क गए हैं। वर्ष 2022 में अब तक टेक महिंद्रा 42.68 फीसदी, विप्रो 41.38 फीसदी और एचसीएल टेक्नोलॉजीज 25.38 फीसदी तक गिर चुका है। टीसीएस और इन्फोसिस में क्रमशः 12.63 प्रतिशत और 19.87 प्रतिशत गिरावट आई है। इस साल अबतक सेंसेक्स 3,771.98 अंक या 6.47 प्रतिशत टूटा है। इक्विटीमास्टर में शोध की सह-प्रमुख तनुश्री बनर्जी ने कहा कि निकट भविष्य में विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के कारण आईटी कंपनियों को कुछ हद तक मार्जिन दबाव का सामना करना पड़ सकता है। बनर्जी ने कहा, लंबी अवधि के लिए संभावनाएं अच्छी बनी हुई हैं, कंपनियों के पास आने वाले वक्त में काम मजबूत बना हुआ है।
दो अंक में वृद्धि की काफी संभावनाएं
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (संस्थागत शोध - आईटी) अपूर्व प्रसाद ने कहा कि मध्यम अवधि में आईटी क्षेत्र के लिए दो अंक में वृद्धि की काफी संभावनाएं हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि हालिया तेज गिरावट के बाद आईटी शेयर काफी अच्छे हैं।