गेमिंग और कसीनो कारोबार में जुड़ी कंपनी डेल्टा कॉर्प के शेयरों में आज भूचाल आया हुआ है। शेयर करीब 20 फीसदी की बड़ी गिरावट से 140 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है। दरअसल, जीएसटी डिपार्टमेंट की ओर से 11,140 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस मिलने के बाद डेल्टा कॉर्प के शेयर में इतनी भयंकर गिरावट आई है। आपको बता दें कि शेयर अपने 52 हफ्ते के लो पर ट्रेड कर रहा है। ऐसे में बड़ा सवाल बनता है कि क्या करीब 3800 करोड़ रुपये की मार्केट कैप वाली कंपनी का गेम ओवर हो गया है? मार्केट एक्सपर्ट और टैक्स एक्सपर्ट का कहना है नहीं? आइए सभी पहलुओं को टटलाने की कोशिश करते हैं कि आगे डेल्टा कॉर्प के साथ क्या हो सकता है।
कंपनी में वापस लौटने का दम
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि दावा की गई राशि जुलाई 2017 से मार्च 2022 तक कैसीनो में खेले गए सभी खेलों के सकल दांव मूल्य (ग्रॉस बेट वैल्यू) पर आधारित है, जबकि नया जीएसटी नियम अक्टूबर 2023 से लागू हुआ। इसके अलावा, सकल गेमिंग राजस्व के बजाय चिप्स के सकल मूल्य (ग्रॉस वैल्यू) पर जीएसटी की मांग एक उद्योग मुद्दा रही है और सरकार को पहले ही विभिन्न कंपनियों द्वारा उठाया जा चुका है। ऐसे में इस स्टॉक और इससे जुड़ी दूसरी कंपनियों के स्टॉक में अगले छह से नौ महीने तक कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है।
लंबी अवधि में चिंता की कोई बात नहीं
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि डेल्टा कॉर्प के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण भारतीय कैसीनो उद्योग, मजबूत ब्रांड और ग्राहक आधार में इसके प्रभुत्व को देखते हुए बेहतर प्रतीत होता है। ऐसे में जो निवेशक कंपनी की चुनौतियों से निपटने की क्षमता में विश्वास करते हैं, उनके लिए मौजूदा स्टॉक मूल्य में गिरावट खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकती है। इससे पहले भी डेल्टा कॉर्प के शेयर में गिरावट देखने को मिली है। नवंबर 2016 में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बंद होने के अगले दिन स्टॉक में 20 प्रतिशत की गिरावट आई थी। जनवरी 2018 में शेयर की कीमत धीरे-धीरे 370 रुपये के स्तर को पार करने में कामयाब रही, लेकिन तब से यह गिरावट की ओर है। जुलाई 2023 में 28 प्रतिशत जीएसटी की घोषणा के बाद एक और 20 प्रतिशत झटका लगा था।