आईपीओ में पैसे लगाने का सिलसिला अभी थमने वाला है। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने तीन और कंपनियों को आईपीओ लाने के लिए अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। ये तीनों कंपनियां -ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन लिमिटेड, बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड, और पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज लिमिटेड हैं। तीनों कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये धन जुटाने की परमिशन सेबी से मिल गई है। भाषा की खबर के मुताबिक, तीनों कंपनियों ने अगस्त और अक्टूबर के बीच भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराए थे।
12-15 दिसंबर के दौरान निष्कर्ष पत्र मिले
खबर के मुताबिक,कंपनियों को 12-15 दिसंबर के दौरान नियामक से निष्कर्ष पत्र मिले हैं। दरअसल, किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष पत्र जरूरी होता है। डॉक्यूमेंट्स के ड्राफ्ट से पता चलता है कि ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन आईपीओ के तहत नए शेयर जारी कर 1,000 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसमें बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल नहीं है। आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल कंपनी कर्ज भुगतान, दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी की जरूरतों के वित्तपोषण और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए करेगी। ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (सीएनसी) मशीनों के अग्रणी निर्माताओं में से एक है।
बीएलएस ई-सर्विसेज 2.41 करोड़ नए शेयर जारी करेगी
बीएलएस ई-सर्विसेज लिमिटेड आईपीओ के तहत 2.41 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। इसमें भी ओएफएस शामिल नहीं है। कंपनी के आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल नई क्षमताओं को विकसित करने और मौजूदा प्लेटफॉर्म को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। यह कंपनी बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड की सब्सिडियरी है, जो वीजा सर्विस देती है। पॉपुलर व्हीकल्स एंड सर्विसेज के आईपीओ में 250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें 1.42 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश शामिल है।
नई आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और सामान्य कॉरपोरेट कामकाज के लिए होगा। केरल स्थित कंपनी ऑटोमोटिव डीलरशिप में लगी हुई है। यह मारुति सुजुकी, होंडा और जेएलआर की पैसेंजर व्हीकल्स डीलरशिप और टाटा मोटर्स की कॉमर्शियल व्हीकल्स डीलरशिप का संचालन करती है। इन कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्टेड होंगे।