भारतीय स्टॉक मार्केट में आईपीओ बाजार एक बार फिर गुलजार हो रहा है। सिर्फ इस हफ्ते में ही शेयर बाजार में 4 आईपीओ दस्तक देने जा रहे हैं। इस बीच नमकीन और मिठाई बनाने वाली कंपनी बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की घोषणा कर दी है। कंपनी ने आज घोषणा करते हुए कहा कि उसने अपने 881 रुपये के आईपीओ के लिए बोली का दायरा 285-300 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
3 नवंबर को खुल रहा है आईपीओ
कंपनी ने बताया कि आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की शुरुआत तीन नवंबर को होगी और यह सात नवंबर को बंद होगा। आईपीओ में प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा लगभग 2.94 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। इसमें ताजा शेयर जारी नहीं किए जाएंगे। आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए कंपनी को निर्गम से कोई आय नहीं होगी। पेशकश के ऊपरी छोर पर आईपीओ से 881.22 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
और किन कंपनियों के आएंगे आईपीओ
- डीसीएक्स सिस्टम्स : डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ के तहत 400 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे जबकि प्रवर्तक एनसीबीजी होल्डिंग्स इंक और वीएनजी टेक्नोलॉजी 100 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे। बेंगलुरु की यह कंपनी पहले ही एंकर निवेशकों से 225 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 197-207 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
- फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस: फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस का आईपीओ के जरिये 1,104 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा है। इसके तहत कंपनी 600 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। साथ ही कंपनी के प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारक 1,36,95,466 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश लाएंगे। कंपनी ने आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 350-368 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
- ग्लोबल हेल्थ : ग्लोबल हेल्थ के आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा कंपनी 5.08 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश लाएगी। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 319-336 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। कंपनी को आईपीओ से 2,206 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।
अब तक आए 22 कंपनियों के आईपीओ
इस साल यानी 2022 में अबतक 22 कंपनियां अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लेकर आई हैं। इन कंपनियों ने शेयरों की बिक्री से 44,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं। इससे पिछले साल यानी 2021 में 63 आईपीओ के जरिये 1.19 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
अधिकतर आईपीओ साबित हुए फिस्स
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘द्वितीयक बाजारों में उतार-चढ़ाव की वजह से इस साल आईपीओ बाजार अबतक कमजोर रहा है। आगे भी यही स्थिति बने रहने की संभावना है।’’ उन्होंने कहा कि इसके बावजूद आईपीओ को लेकर निवेशकों की प्रतिक्रिया काफी अच्छी रही है। इसकी वजह यह है कि निवेशकों को आकर्षक मूल्य पर नई कंपनियों में निवेश का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आईपीओ संस्थागत निवेशकों के लिए भी आकर्षक बने हुए हैं। उन्हें उच्च गुणवत्ता के नए कारोबार में निवेश का मौका मिल रहा है जिससे योजनाओं में विविधता आ रही है।