आप भी शेयर बाजार में मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो पैसे का जुगाड़ कर लें। आपके पास आईपीओ में निवेश कर मुनाफा कूटने का एक और नया मौका आने वाला है। अगले कुछ महीनों मे करीब 30 कंपनियों के आईपीओ आएंगे। इसमें से आईटी हार्डवेयर और मोबाइल एक्सेसरीज कंपनी बालाजी सॉल्यूशंस जल्द ही बाजार में अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लेकर आने वाली है। कंपनी ने आईपीओ के जरिए धन जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास शुरुआती दस्तावेज दाखिल कराए हैं।
120 करोड़ के नए शेयर जारी होंगे
दस्तावेज के अनुसार, आईपीओ में 120 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी के प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह 75 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे। ओएफएस के तहत राजेंद्र सेकसरिया और राजेंद्र सेकसरिया एचयूएफ शेयरों की बिक्री करेंगे। प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों द्वारा सदस्यता के लिए आरक्षण भी शामिल है। कंपनी आईपीओ से पहले 24 करोड़ रुपये तक के नियोजन पर विचार कर सकती है। अगर नियोजन पूरा हो जाता है, तो नए निर्गम का आकार घट जाएगा।
किस काम में इस्तेमाल होगा पैसा
नए निर्गम से प्राप्त राशि में से 86.60 करोड़ रुपये का उपयोग वृद्धिशील कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और सामान्य वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
8 कंपनियों को मंजूरी मिली
सेबी ने वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-जुलाई के दौरान 28 कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की मंजूरी दी है। इन निर्गमों के जरिए कुल 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। जिन फर्मों ने आईपीओ लाने के लिए नियामक की मंजूरी हासिल की है, उनमें लाइफस्टाइल रिटेल ब्रांड फैबइंडिया, एफआईएच मोबाइल्स और फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी समूह की सहायक कंपनी- भारत एफआईएच, टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्युशंस, ब्लैकस्टोन समर्थित आधार हाउसिंग फाइनेंस और मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल्स एंड किड्स क्लिनिक इंडिया शामिल हैं। मर्चेंट बैंकरों ने कहा कि इन फर्मों ने अभी तक अपने आईपीओ लाने की तारीख घोषित नहीं की है और निर्गम के लिए सही समय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
45,000 करोड़ जुटाने की तैयारी
आनंद राठी इनवेस्टमेंट बैंकिंग के निदेशक और इक्विटी पूंजी बाजार के प्रमुख प्रशांत राव ने कहा, ’मौजूदा माहौल चुनौतीपूर्ण है और जिन कंपनियों के पास मंजूरी है, वे आईपीओ लाने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रही हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के अनुसार कुल 28 कंपनियों ने अप्रैल-जुलाई 2022-23 के दौरान आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने के लिए नियामक की मंजूरी हासिल की। इन फर्मों से कुल मिलाकर 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष में अब तक 11 कंपनियां आईपीओ के जरिए 33,254 करोड़ रुपये जुटा चुकी है