कचरा निपटान और प्रबंधन सेवाएं मुहैया कराने वाली अर्बन एन्वायरो वेस्ट मैनेजमेंट (Urban Enviro Waste Management) ने 11.42 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की घोषणा की है। कंपनी का आईपीओ 12 जून को खुलेगा और 14 जून को बंद होगा। कंपनी ने बयान में कहा कि उसके शेयरों को एनएसई इमर्ज पर सूचीबद्ध किया जाएगा। एनएसई इमर्ज छोटे और मझोले उद्यमों का मंच है। आईपीओ में 9.20 लाख इक्विटी शेयर ताजा निर्गम के रूप में हैं, जबकि 2.22 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) लाई जा रही है।
क्या करती है कंपनी
एन्वायरो वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी ठोस कचरे का प्रबंधन का काम करती है। कंपनी गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के शहरों में ठोस कचरा का संग्रह, परिवहन, कचरे का पृथक्करण और प्रसंस्करण और निपटान की सर्विस मुहैया कराती है जो मुख्य रूप से स्थानीय नगर पालिकाओं को सेवाएं प्रदान करती हैं।
कितना बड़ा है कारोबार
भारत वर्तमान में लगभग 1.45 लाख मीट्रिक टन ठोस कचरा उत्पन्न करता है, जिसमें से 35% ठोस कचरा है। इसमें से अधिकांश प्लास्टिक कचरे का पुनर्चक्रण किया जाता है। देश में उत्पन्न होने वाले ठोस कचरे की कुल मात्रा 160038.9 टीपीडी है, जिसमें से 152749.5 टीपीडी कचरे को 95.4% की संग्रह दक्षता पर एकत्र किया जाता है।
प्राइस बैंड
कंपनी अपने शेयरों को 100 रुपये प्रति शेयर की दर से पेशकश कर रही है।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन
दिसंबर 2022 की अवधि को समाप्त नौ महीनों के लिए, कंपनी ने 26.2 करोड़ रुपये का राजस्व और 1.06 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है।
इश्यू का स्ट्रक्चर
कंपनी ने IPO में जारी होने वाले शेयर का 50% खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया है। शेष 50% कॉर्पोरेट निकायों या संस्थानों सहित अन्य निवेशकों के लिए अलग रखा गया है।
आईपीओ लाने का मकसद
नए इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग कर्ज चुकाने, वर्किंक कैपिटल की जरूरत को पूरा करने और अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।