भारतीय शेयर बाजार में इस महीने के लगातार तेजी बनी हुई है। हफ्ते के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 319.63 अंक उछलकर 67,838.63 अंक पर बंद हुआ। इस तरह सेंसेक्स लगातार 11 ट्रेडिंग सेशन में तेजी के साथ 68 हजारी बनने के बिल्कुल करीब पहुंच गया। वहीं, दूसरी ओर एनएसई निफ्टी भी रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ। निफ्टी50 66.85 अंक मजबूत होकर अब तक के सबसे उच्चतम स्तर 20,169.95 अंक पर बंद हुआ। आपको बता दें कि इस महीने के 15 सितंबर तक शेयर बाजार में 11 दिन का कारोबार हुआ है। इसमें सेंसेक्स लगातार 11 दिन चढ़ा है। वहीं, निफ्टी में सिर्फ एक दिन मामूली गिरावट आई। शेयर बजार में शानदार तेजी आने से निवेशकों की चांदी हो गई है। उनकी कमाई इस महीने 33 लाख करोड़ की हो गई है। आपको बता दें कि 1 सितंबर को शेयर बाजार खुला था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 3,09,59,138.70 लाख करोड़ था। वहीं, 1 सितंबर से लेकर 15 सितंबर के बीच 11 ट्रेडिंग डे में यह बढ़कर 3,23,20,377.69 लाख करोड़ हो गया। इस तरह निवेशकों की 12.57 लाख करोड़ की कमाई हुई है।
इन कंपनियों के शेयरों में तेजी
सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से भारती एयरटेल में सर्वाधिक 2.37 प्रतिशत की बढ़त रही। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एक्सिस बैंक और नेस्ले भी बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फिनसर्व और एनटीपीसी के शेयरों में गिरावट रही। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक नुकसान में रहा। यूरोपीय शेयर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजारों में बढ़त रही थी।
इस कारण बाजार में जारी है तेजी
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "मजबूत त्योहारी मांग और मजबूत सौदों की उम्मीद में वाहन और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) शेयरों में नए सिरे से खरीदारी आने से बाजार एक नई दिशा में जाता दिख रहा है। चीन के उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों एवं प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद ने वैश्विक बाजारों में उम्मीद को बढ़ा दिया है।" नायर के मुताबिक, जहां यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने घटती मुद्रास्फीति के कारण नीतिगत दरों में ठहराव का संकेत दिया है वहीं निवेशकों को अब अमेरिका, ब्रिटेन एवं जापान के केंद्रीय बैंकों की नीतिगत घोषणाओं का इंतजार है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.26 प्रतिशत चढ़कर 93.94 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) एक बार फिर खरीदार बन गए हैं। विदेशी निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 294.69 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीदारी की।