शेयर बाजार में गिरावट पर एक्सपर्ट निवेश की सलाह देते हैं। रिटेल निवेशक भी गिरावट को एक मौके के तौर पर लेते हैं। बहुत सारे लोग गिरावट के वक्त अपने शेयर भाव को कम करने के लिए एवरेजिंग करते हैं। हालांकि, हमेशा यह रणनीति सहीं नहीं होता है। आइए 5 प्वाइंट में समझते हैं कि हमेशा स्टॉक मार्केट की गिरावट में पैसा लगाना क्यों सही नहीं होता है।
- शेयरों में और गिरावट संभव: बाजार गिरने पर पोर्टफोलियो में शामिल शेयर के भाव भी कम होते हैं। इस वक्त एक्सपर्ट पैसा लगाने की सलाह देते हैं। हालांकि, यह समझना जरूरी है कि आप जब पैसा लगाएंगे तो हो सकता है कि उस शेयर का वैल्यूएशन महंगा हो। ऐसे में आगे और गिरावट आ सकती है।
- खरीदने का सही समय क्या? आमतौर पर बाजार की गिरावट में यह पता लगना मुश्किल होता है कि खरीदने का सही समय क्या है? निवेशक पैसा लगा देते हैं और स्टॉक और लुढ़क जाता है। इसलिए गिरावट में पैसा लगाना हमेशा मुश्किल होता है।
- सही भविष्यवाणी करना मुश्किल: मार्केट एक्सपर्ट अक्सर गिरावट पर खरीदने की सामान्य सलाह देते हैं। हालांकि, कोई भी निश्चित रूप से भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि शेयर की कीमतें कब अपने लोअर पर पहुंचेंगी।
- सभी गिरावट अवसर में नहीं बदलती: यह समझना बहुत जरूरी है कि सभी गिरावट अवसर में नहीं बदलती है। निवेशक जो मानते हैं कि "गिरावट पर खरीदना" सही है, उन्हें सावधान रहना चाहिए।
- कॉमन सलाह दे देना: अधिकांश मार्केट एक्सपर्ट के साथ समस्या यह है कि वह हर व्यक्ति की वित्तीय स्थिति का आकलन नहीं करते हैं। एक कॉमन सलाह दे देते हैं। कभी-कभी शेयर बाजार गिरते हैं क्योंकि व्यापक अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में नहीं होती है। उस स्थिति में, नौकरी दांव पर लग सकती है। अब, क्या किसी ऐसे व्यक्ति को, जिसकी नौकरी दांव पर लगी हो, गिरावट पर खरीदारी करनी चाहिए?