Profitable in Share Market: अमूमन लोग अगर किसी गलत कंपनी का शेयर खरीद लेते हैं, या फिर उसमें ऊपर के वैल्यूएशन पर फंस जाते हैं तो वो उसमें तबतक बने रहने की सोचते हैं, जबतक कि उसी शेयर से उन्हें फायदा न हो जाए। अगर फायदा न भी हो तो कम से कम जितना लगाया है उतना भी निकल जाए। यही सोचकर उस घटिया शेयर में इन्वेस्टेड रहते हैं। ये बेहद गलत सोच है। आज मैं ऐसे लोगों की इसी सोच को बदलने की कोशिश करूंगा।
घटिया शेयर से फौरन निकलना क्यों जरूरी?
एक तो हर रोज आपका पैसा डूबता जाता है और दूसरी ओर आपका पोर्टफोलियो दिनोदिन नीचे गिरता जाता है। ऐसे में कई लोग डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं, और नुकसान की भरपाई करने के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए कूद पड़ते हैं। बिना ये जाने कि बगैर सही जानकारी के ट्रेडिंग करना जुआ खेलने के बराबर है। अधिकतर नए निवेशक पेनी स्टॉक ले लेते हैं। 10 या 15 रुपये वाले शेयर उन्हें बड़े आकर्षक लगते हैं। सस्ते लगते हैं और अपना पूरा पैसा इन्हीं शेयर्स में लगा देते हैं। अब यहां समझने वाली बात ये है कि 10 रुपये के शेयर को 20 रुपये का होने में कंपनी के ग्रोथ को डबल होना पड़ेगा। वहीं 500 रुपये के शेयर को 750 रुपये होने में महज 50% का ग्रोथ चाहिए। तो कहां 100 फीसदी और कहां 50 फीसदी। क्यों, अब आपको ये बात समझ में तो आ ही गई होगी।
'शेर का बच्चा, एक ही अच्छा'
चूंकि हर पेनी शेयर का फंडामेंटल मजबूत नहीं होता। कुछ कंपनियां तो अपने ग्रोथ के आधार पर धीरे-धीरे समय के साथ आगे बढ़ जाती हैं और अपनी पहचान कायम रखती हैं, लेकिन बहुत ऐसी भी कंपनियां होती हैं जो बाद में कहां गायब हो जाती हैं, निवेशकों को पता भी नहीं चलता। निवेशकों के सारे पैसे डूब जाते हैं। ऐसे ही लोग शेयर बाजार को सट्टा बाजार कहते हैं, गाली देते हैं और दूसरों को इसमें आने से रोकते हैं।
इसलिए मेरी राय ये है कि आप 10 रुपये प्रति शेयर वाली कंपनी के 100 शेयर खरीदने से अच्छा किसी मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनी का एक ही शेयर खरीद लें। भले उस कंपनी के एक शेयर की कीमत एक हजार रुपये प्रति शेयर ही क्यों न हो। उससे आपको ज्यादा मुनाफा होगा। एक कहावत है शेर का बच्चा एक ही अच्छा। ये उदाहरण आज के समय में MRF के शेयर पर सटीक बैठता है। हालांकि इस कंपनी का नाम बस एक उदाहरण के तौर पर मैंने लिया है, जिसका एक शेयर लाख रुपये को पार करने वाला है। इसे मेरा किसी तरह का Recommendation न समझा जाए। और वैसे भी ये शेयर अभी काफी हाई वैल्यूएशन पर है।
शेयर बाजार भी लेता है 'गुरु-दक्षिणा'
अगर बिना सोचे-समझे किसी के कहने पर आप गलत कंपनी के शेयर में फंस गए हैं तो आपको उस शेयर से जल्द निकलने की जरुरत है। जो कुछ भी आपके पैसे बचे हुए हैं, उसे मजबूत फंडामेंटल वाले शेयर में लगा दें। इससे भले ही आपको फौरी तौर पर नुकसान होगा, लेकिन धीरे-धीरे उस अच्छे फंडामेंटल वाली कंपनी का शेयर बढ़ने पर आपके नुकसान की भरपाई होने लगेगी। शेयर बाजार एक बड़ा समंदर है जहां बड़ी मछलियां हमेशा छोटी और मंझोली मछलियों के शिकार में लगी रहती हैं। इसे आप गुरुकुल के रूप में भी देख सकते हैं, जहां आप अपनी हर गलती से कुछ न कुछ सीखते हैं और लॉस के रूप में गुरू-दक्षिणा देते हैं। जिस तरह बिना गुरू-दक्षिणा के शिक्षा अधूरी होती है ठीक उसी तरह नए-नए निवेशक अपनी छोटी-छोटी गलतियों से हर दिन कुछ न कुछ सीखते हैं। जिस तरह अगर कोई ट्रेडर बिना स्टॉप लॉस लगाए अगर ट्रेडिंग करता है तो उसे भारी नुकसान झेलना पड़ता है। ठीक उसी तरह अगर कोई इन्वेस्टर बिना जांच-परख के किसी के बोलने भर से किसी कंपनी का शेयर खरीद लेता है तो उसे भी नुकसान झेलना पड़ता है। अगर आप काम-काज में व्यस्त हैं, ज्यादा समय आपके पास नहीं है लेकिन इसके बावजूद आप इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो नीचे दिया गया आर्टिकल आपके लिए ही है।
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