MRF First Indian Stock: शेयर बाजार में निवेशकों को सबसे जल्दी करोड़पति बनाने वाले शेयर ने आज अपने नाम एक नया इतिहास जोड़ लिया है। एमआरएफ का स्टॉक मंगलवार (13 जून) को एक लाख प्रति शेयर के निशान को छूने वाला पहला भारतीय स्टॉक बन गया। बीएसई पर शेयर 98,939.70 रुपये के पिछले बंद के मुकाबले 99,500 रुपये पर खुला और सुबह के कारोबार में 1,00,300 रुपये प्रति शेयर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर चला गया। पिछले एक साल में इस शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। बेंचमार्क सेंसेक्स में 19 फीसदी की बढ़त के मुकाबले पिछले एक साल में स्टॉक 45 फीसदी चढ़ा है। एमआरएफ के शेयरों को 17 जून 2022 को बीएसई पर 65,900.05 रुपये के अपने 52-सप्ताह के निम्न स्तर पर देखा गया था। पिछले सत्र के समापन तक स्टॉक उस स्तर से 50 प्रतिशत ऊपर है।
रिकॉर्ड प्रॉफिट में कंपनी
कच्चे माल की कीमतों में गिरावट की वजह से कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही के मजबूत नतीजे पेश किए। मार्च 2023 को समाप्त चौथी तिमाही के लिए कंपनी का समेकित लाभ (पीएटी) 313.53 करोड़ रुपये था, जो कि FY22 के समान तिमाही में प्राप्त 168.53 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ से वर्ष-दर-वर्ष (YoY) 86 प्रतिशत की वृद्धि है। FY23 की चौथी तिमाही में परिचालन से इसका समेकित राजस्व 5,841.7 करोड़ रुपये था, जो कि FY22 की चौथी तिमाही में 5,304.8 करोड़ रुपये से 10.12 प्रतिशत की वृद्धि है। Q4FY22 के दौरान 5,142.79 करोड़ रुपये की तुलना में Q4FY23 के दौरान कंपनी का शुद्ध खर्च 5,410.26 करोड़ रुपये रहा। एमआरएफ का ईपीएस समीक्षाधीन तिमाही के दौरान 803.26 रुपये तक पहुंच गया, जबकि एक साल पहले की तिमाही के दौरान यह 389.55 रुपये दर्ज किया गया था।
इस वजह से कंपनी के शेयर हुए रॉकेट
एमआरएफ के फंडामेंटल्स आकर्षक लगते हैं और विश्लेषकों का सुझाव है कि कोई व्यक्ति इस शेयर को लंबी अवधि के लिए तभी खरीद सकता है जब वह इसे वहन कर सके। हालांकि, स्टॉक का समृद्ध मूल्यांकन अल्पावधि में इसे कम आकर्षक बनाता है। तेज बढ़त के कारण मुनाफावसूली से इंकार नहीं किया जा सकता है। विश्लेषकों ने बताया कि एमआरएफ की बैलेंस शीट मजबूत है और इसका राजस्व प्रवाह सभी क्षेत्रों में विविध है, जिससे यह किसी विशेष खंड में मंदी के प्रति कम संवेदनशील है। इसलिए, गहरी जेब वाला व्यक्ति लंबी अवधि के लिए स्टॉक पर विचार कर सकता है।