Stock Market Of India: भारतीय शेयर बाजार में जिस तरह से गिरावट लगातार दर्ज की जा रही है। वह जल्द ही 2008 जैसी स्थिति मार्केट में लाकर खड़ा कर देगा। आज सेंसेक्स 897 अंकों की गिरावट के साथ 58,237 पर अपना कारोबार बंद किया, वहीं निफ्टी 271 अंकों की कमजोरी के साथ 18,035.53 पर आ गई है। हफ्ते के पहले दिन जब शेयर बाजार की शुरुआत हुई तब उसमें मजबूती देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 325.50 अंक उछलकर 59,460.63 अंक पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 102.95 अंकों की मजबूत के साथ 17,515.85 अंक पर कारोबार करना शुरू किया। आज यस बैंक के शेयरों में 3 साल का लॉक-इन पीरियड खत्म होने से बड़ी गिरावट देखने को मिली है। 13 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ खुलने के बाद अब स्टॉक 5.45% टूटकर 15.60 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
पिछले तीन सत्र में 7.5 लाख करोड़ का नुकसान
अगर सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों पर नजर डालें तो 1 में तेजी और 29 में गिरावट देखने को मिल रही है। सिलकॉन वैली बैंक के दिवालिया होने के बाद दुनियाभर के बाजार में गिरावट आई है लेकिन फेड की ओर से निवेशकों का पैसा लौटाने की खबर के बाद बाजार में तेजी लौटी है। हालांकि भारतीय बाजार पर अभी उसका असर नहीं देखा जा रहा है। सिलिकन वैली बैंक के धराशायी होने के बाद कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिका में फरवरी में हुई रिकॉर्ड छंटनी ने आंकड़ों को खासा प्रभावित किया है। प्रमुख यूरोपीय बाजार, जैसे कि यूके का FTSE, जर्मनी का DAX और फ्रांस का CAC 40, वित्तीय क्षेत्र नुकसान होने की आशंका से 3 प्रतिशत तक गिर गए। बीएसई-सूचीबद्ध फर्मों का टोटल बाजार पूंजीकरण पिछले सत्र में 262.95 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 258.74 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिससे निवेशकों को एक दिन में 4.21 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। नुकसान के पिछले तीन सत्रों को देखें तो पता चलता है कि सेंसेक्स 3.5 प्रतिशत और निफ्टी 3.4 प्रतिशत नीचे आ गया है और निवेशकों को 7.5 लाख करोड़ करोड़ का नुकसान हुआ है।