अमेरिका में मंदी आने की आहट से दुनियाभर के बाजार में भयंकर बिकवाली है। भारतीय स्टॉक मार्केट में भी इससे अछूता नहीं है। भारतीय बाजार में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार में भयंकर रिगावट से निवेशकों को अरबों रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में हर निवेशकों के मन में यह सवाल है कि आगे बाजार की चाल कैसी रहेगी? क्या शेयर बाजार में और बड़ी गिरावट आएगी या यहां से तेजी लौटेगी? अगर, आपके मन में भी यह सवाल है तो आपका इसका आकलन India VIX- वोलैटिलिटी इंडेक्स को समझ कर सकते हैं। सोमवार को इंडिया VIX इंडेक्स 52% उछलकर 21.71 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। ऐसे में इंडिया VIX इंडेक्स में इस उछाल के क्या है मायने है और इस इंडेक्स को देखकर आप कैसे आगे बाजार की चाल का आकलन कर सकते हैं, आइए जानते हैं।
इंडिया VIX के असर को इस उदाहरण से समझते हैं
सोमवार को इंडिया VIX इंडेक्स 52% उछलकर 21.71 के पार चला गया है। इंडिया VIX का पूरा नाम ही Voltility Index है। जब यह इंडेक्स चढ़ता है तो इससे पता चलता है कि निवेशक घबराए हुए हैं। अगर यह इंडेक्स 15 के आस-पास है, तो माना जाता है कि बाजार में गतिविधियां ठीक है। 15 से नीचे का इंडेक्स बाजार में आने वाली तेजी की ओर इशारा करता है। वहीं, दूसरी ओर यह जितना ऊपर जाता है, उतनी ही तेज गिरावट की आशंका रहती है। अब यह इंडेक्स 21.71 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। यानी इसका मतलब है कि निवेशकों को अगले 30 दिनों के लिए 10 प्रतिशत अस्थिरता की उम्मीद है। यानी बाजार में 10 फीसदी तक करेक्शन देखने को मिल सकता है।
एनएसई द्वारा 2008 में की गई थी शुरुआत
एनएसई के द्वारा 2008 में इंडिया VIX इंडेक्स की शुरुआत की गई थी। वैसे यह कंसेप्ट सबसे पहले शिकागो बोर्ड ऑप्शन एक्सचेंज द्वारा 1993 में पेश की गई थी। इंडिया VIX का वैल्यू ब्लैक एंड स्कोल्स (B&S) मॉडल का उपयोग करके निकाला गया है। इंडिया VIX का आंकलन पांच अहम बिंदुओं पर किया जाता है जिसमें स्ट्राइक मूल्य, स्टॉक का बाजार मूल्य, एक्सपायरी टाइम, रिस्क फ्री रेट और और अस्थिरता शामिल है।
उच्चतम स्तर से काफी नीचे
इंडिया VIX में रिकॉर्ड उछाल से निवेशक डरे हुए हैं लेकिन अभी भी यह अपने उच्चतम स्तर से काफी नीचे है। इंडिया विक्स का ऑल टाइम हाई 92.53 है, जो नवंबर 2008 में आया था। उस वक्त पूरी दुनिया आर्थिक मंदी की चपेट में थी और ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस (Global Financial Crisis) ने बाजारों की सेहत बिगाड़ दी थी। उसके बाद मार्च 2020 में समय इंडिया विक्स 70 के पार गया था।