भारत का स्टॉक मार्केट (stock market) दुनिया में सबसे महंगा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का कहना है कि हाल में हुए सुधार के बाद भी, निफ्टी वित्त वर्ष 2024 की इनकम के करीब 20 गुना पर कारोबार कर रहा है। इससे भारत दुनिया का सबसे महंगा बाजार बन गया है। आईएएनएस की खबर के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में शुरू हुई एफपीआई (FPI) की बिक्री 22 सितंबर को खत्म सप्ताह में भी जारी रही। इसी महीने अब तक के 15 कारोबारी सत्र में, 11 दिनों में एफआईआई विक्रेता रहे।
22 सितंबर तक एफपीआई ने की इतनी बिक्री
खबर के मुताबिक, एनएसडीएल के आंकड़ों के मुताबिक, 22 सितंबर तक एफपीआई ने 10164 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। इसमें प्राइमरी मार्केट के जरिये से थोक सौदे और निवेश शामिल हैं। विजयकुमार ने कहा कि इस महीने अब तक नकदी बाजार में एफआईआई (FII) ने 18260 करोड़ रुपये की बिक्री की है। हालिया गिरावट के बाद भी वैल्यूएशन ऊंचा बना हुआ है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड आकर्षक है (यूएस 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड लगभग 4.49 प्रतिशत है)। एफआईआई बिक्री पर दबाव डाल सकते हैं। उनका कहना है कि जब अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड करीब 4.49 प्रतिशत है और डॉलर इंडेक्स 105 से ऊपर है, तो एफआईआई से एग्रेसिव तरीके से खरीदारी की उम्मीद करने का कोई मतलब नहीं होगा।
कमाई की संभावनाएं सबसे अच्छी
विजयकुमार ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच भारत में विकास और कमाई की संभावनाएं सबसे अच्छी हैं। इसलिए, अगर बाजार में 3 से 4 प्रतिशत की गिरावट आती है, तो एफआईआई खरीदार बन सकते हैं, भले ही अमेरिकी बॉन्ड में रुझान ऊंचा हो। एफआईआई की बिक्री घरेलू निवेशकों के लिए एक अवसर हो सकती है, जिन्हें डॉलर इंडेक्स और यूएस बॉन्ड यील्ड के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
जब बैंकिंग और पूंजीगत सामान जैसे प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों में हाई क्वालिटी वाले शेयरों में गिरावट आती है, तो इन्हें लंबे लाभ के लिए खरीदा जा सकता है। सितंबर में अब तक बाजार में बिकवाली के दौरान भी एफआईआई वित्तीय और पूंजीगत वस्तुओं में बड़े खरीदार रहे हैं।