Highlights
- शेयर बाजार में निवेशकों को 2020 और 2021 में बंपर रिटर्न मिला है
- इस साल आईटी और फार्मा को पोर्टफोलियो में शामिल करना बेहतर होगा
- 2022 में बाजार में तेज उतार—चढ़ाव रहने की आशंका जता रहे हैं विशेषज्ञ
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद से शेयर बाजार में बड़े उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सेंसेक्स 25,000 अंक तक लुढ़कने के बाद 62,000 कीरिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। लेकिन अब बाजार में उठा-पठक और तेज हो गया है। बीते करीब डेढ़ साल से एक कारोबारी दिन में सेंसेक्स 2000 अंक चढ़ता है तो अगले ही दिन 2500 अंक लुढ़क भी जाता है। इस नए ट्रेंड में कुछ ही निवेशकों को मोटा मुनाफा हुआ है। बहुत सारे भयंकर नुकसान में हैं। अगर, आप शेयर बाजार में निवेशक हैं और बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव के बीच सामंजस्य नहीं बैठा पा रहे हैं तो चिंता न करें। हम आपको मजबूत पोर्टफोलियो बनाने के लिए 10 शेयर बता रहे हैं जो न सिर्फ बाजार में बड़ी गिरावट के वक्त निवेश को सुरक्षित रखने का काम करेगा बल्कि मोटा रिटर्न भी दिलाएगा। आइए, जानते हैं उन 10 शेयरों के बारे में...
स्टॉक चुनने का सुझाव
क्रम संख्या | कंपनी | सेक्टर | सेगमेंट |
1. | एचडीएफसी बैंक | बैंकिंग | लॉर्ज कैप |
2. | एलएंडटी | इंफ्रा | लॉर्ज कैप |
3. | टेक महिंद्रा | आईटी | लॉर्ज कैप |
4. | टाटा पावर | पावर | लॉर्ज कैप |
5. | एबीबी इंडिया | कैपिटल गुड्स | लॉर्ज कैप |
6. | बायोकॉन | फार्मा | मिड कैप |
7. | विनती ऑर्गेनिक्स | केमिकल | मिड कैप |
8. | मोल्ड टेक | पैकेजिंग | स्मॉल कैप |
9. | पीएनसी इंफ्रा | रोड इन्फ्रा | स्मॉल कैप |
10 | ग्रैन्यूल्स | फार्मा | स्मॉल कैप |
रिसर्च: जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज
वर्ष 2022 में बाजार की चाल को लेकर विशेषज्ञ की साल
शेयर बाजार में निवेशकों को 2020 और 2021 में बंपर रिटर्न मिला है। हालांकि, 2022 में हम मॉडरेट रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी के शेयरों का वैल्यूएशन उच्चतर स्तर पर पर कारोबार कर रहा है और केंद्रीय बैंक तेजी से अपनी नीति बदल रहे हैं। यह विदेशी निवेशक (एफपीआई) प्रवाह को प्रभावित करेगा। मेरा मानना है कि इस साल बाजार में गिरावट आएगी लेकिन यह एक दायरे में होगी। जहां तक शेयर बाजार में निवेश की बात है तो निवेशकों को हम सलाह देते हैं कि उन्हें शेयर और सेक्टर का चयन बहुत ही सावधानी से करनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि बजट और सुधारों से आर्थिक गतिविधियों में तेजी और खपत को और बढ़ावा मिलेगा। सरकार का फोकस हेल्थकेयर सेक्टर, ग्रामीण और कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टरों पर रहेगा। प्रीमियम वैल्यूएशन के बावजूद डिजिटलाइजेशन, हेल्थकेयर और वैश्विक मांग को देखते हुए आईटी और फार्मा को पोर्टफोलियो में शामिल करना बेहतर होगा।
विनोद नायर, शोध प्रमुख, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज