दक्षिण कोरियाई ऑटो मैन्युफैक्चरर हुंदै (Hyundai) की भारतीय इकाई जल्द ही घरेलू शेयर बाजार में प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि आईपीओ की मंजूरी के लिए कंपनी जल्द ही सेबी के पास प्रारंभिक मसौदा दस्तावेज दाखिल कर सकती है। अगर कंपनी के आईपीओ को सेबी की मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम होगा। यह दो साल पहले आए एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को भी पीछे छोड़ देगा।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ
सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावित आईपीओ के तहत, हुंदै मोटर इंडिया लिमिटेड (HMIL) 15-20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी जल्द ही भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास अपने कागजात दाखिल कर सकती है। हालांकि, इस बारे में संपर्क किए जाने पर एचएमआईएल कंपनी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हुंदै का आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। देश की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता मारुति सुजुकी के वर्ष 2003 में सूचीबद्ध होने के बाद हुंदै प्रारंभिक शेयर बिक्री की पेशकश करने वाली यह पहली वाहन निर्माता कंपनी होगी। इस सप्ताह की शुरुआत में, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को आईपीओ लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली है।
दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता
देश में पैसेंजर व्हीकल की सेल्स के मामले में वित्त वर्ष 2024 में हुंदै दूसरी सबसे बड़ी कार मेकर रही है। पहले नंबर पर मारुति सुजुकी रही। हुंदै इंडिया ने वित्त वर्ष 2023 में 60,000 करोड़ रुपये का रेवन्यू किया था। वहीं, 4,653 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।
(पीटीआई इनपुट के साथ)