दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर कंपनी की भारत में मौजूद यूनिट हुंडई मोटर इंडिया 15 अक्टूबर से अपना आईपीओ बोली के लिए ओपन करने जा रही है। कंपनी भारतीय पूंजी बाजार में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च करके इतिहास रचने जा रही है। इससे पहले 2022 में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 21,000 करोड़ रुपये का सार्वजनिक निर्गम जारी किया था। अगर आप भी इस ऑटो कंपनी के आईपीओ के जरिये पैसे कमाने का इरादा रखते हैं तो मंगलवार से इसमें पैसे लगा सकते हैं।
तारीख और प्राइस बैंड
खबर के मुताबिक, देश में दूसरी सबसे बड़ी पैसैंजर व्हीकल बनाने वाली कंपनी का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर, 2024 के बीच सदस्यता के लिए खुला रहेगा। हुंडई मोटर इंडिया आईपीओ के लिए ₹1,865-1,960 प्रति शेयर का प्राइसबैंड तय किया है। आईपीओ में इसकी मूल कंपनी हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14.2 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश शामिल है।
27,870.2 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने आईपीओ के जरिये 27,870.2 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। फर्म ने अपने कर्मचारियों के लिए 7,78,400 इक्विटी शेयर रिजर्व किए हैं। उन्हें ये शेयर आखिरी निर्गम मूल्य से 186 रुपये प्रति शेयर की छूट पर मिलेंगे। मनी कंट्रोल के मुताबिक, आईपीओ के सभी फंड (इश्यू खर्च को छोड़कर) मूल कंपनी को मिलेंगे क्योंकि यह बिक्री के लिए प्रस्ताव है।
निवेशकों के लिए कितने शेयर हैं रिजर्व
खबर के मुताबिक, कंपनी ने शुद्ध सार्वजनिक निर्गम आकार (आईपीओ में से कर्मचारियों का हिस्सा घटाकर) का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और शेष 35 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व किए हैं। खुदरा निवेशक आईपीओ में कम से कम 13,720 रुपये (7 शेयर x 1,960 रुपये) निवेश कर सकते हैं, जबकि उनका अधिकतम निवेश 1,92,080 रुपये (98 शेयर x 1,960 रुपये) होगा।
दूसरी सबसे बड़ी ऑटो ओईएम
हुंडई मोटर इंडिया भारतीय पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मारुति सुजुकी इंडिया के बाद करीब 15 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरी सबसे बड़ी ऑटो ओईएम है। मारुति सुजुकी इंडिया, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी घरेलू कॉम्पिटीशन से वित्त वर्ष 2020 में इसकी घरेलू बाजार हिस्सेदारी 17.6 प्रतिशत से घट गई।