बीते सप्ताह जोरदार तेजी से रूबरू हुए घरेलू शेयर बाजारों की चाल इस सप्ताह व्यापक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक कारकों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों से तय होगी। विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का रुख भी निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेगा। घरेलू स्तर पर विनिर्माण क्षेत्र के लिए क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े सोमवार को जारी किए जाएंगे और सेवा क्षेत्र का आंकड़ा बुधवार को आएगा। निवेशक इस सप्ताह प्रमुख वैश्विक घटनाओं पर भी नजर बनाए रखेंगे, जिसमें बुधवार को आने वाले फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजे भी शामिल हैं।
ऑटो शेयरों पर सबका ध्यान रहेगा
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''इस सप्ताह, बाजार स्थानीय और वैश्विक स्तर पर जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों से प्रभावित होगा। निवेशक अमेरिका के केंद्रीय बैंक की दिशा के बारे में संकेत पाने के लिए एफओएमसी की टिप्पणियों पर नजर रखेंगे।'' सोमवार को ऑटो शेयरों पर सबका ध्यान रहेगा, जिनकी जून की बिक्री के आंकड़े शनिवार को घोषित हुए हैं। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि वैश्विक बाजारों में निवेशक कच्चे तेल की कीमतों, डॉलर सूचकांक और अमेरिकी बांड प्रतिफल पर नजर रखेंगे।
शीर्ष 10 कंपनियों का बाजार मूल्यांकन बढ़ा
शेयर बाजार में सूचीबद्ध देश की शीर्ष 10 कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्यांकन पिछले सप्ताह 1.88 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया। इस दौरान एचडीएफसी बैंक और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में सबसे अधिक तेजी हुई। पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 1,739.19 अंक या 2.76 फीसदी उछला। सेंसेक्स शुक्रवार को 803.14 अंक या 1.26 प्रतिशत उछलकर अपने उच्चतम स्तर 64,718.56 पर बंद हुआ। बाजार में आई इस तेजी के चलते शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्यांकन 1,88,050.82 करोड़ रुपये बढ़ गया। शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन सबसे अधिक रहा। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, इंफोसिस, एचडीएफसी, एसबीआई और भारती एयरटेल रहे।