Highlights
- बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,216.49 अंक चढ़ा था
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 385.10 अंक लाभ में रहा था
- अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे 16 मार्च को आएंगे
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध, ब्याज दर पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक के निर्णय और घरेलू मोर्चे पर महंगाई के आंकड़ों से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में अभी उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना रहेगा। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, एफओएमसी की बैठक, रूस-यूक्रेन संघर्ष इस सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक कारक रहेंगे। अभी रूस-यूक्रेन तनाव को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजे 16 मार्च को आएंगे। इन सबके बीच कच्चे तेल की कीमतें और विदेशी निवेशकों का रुख भी भारतीय बाजारों की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा। महंगाई के आंकड़े 14 मार्च को आएंगे। होली के मौके पर शुक्रवार यानी 18 मार्च को बाजार बंद रहेंगे।
16 मार्च को अमेरिकी फेड पर रहेगी नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, यह कम कारोबारी सत्रों वाला सप्ताह रहेगा। सोमवार को बाजार भागीदार औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देंगे। इसी तरह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े भी आने हैं। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे 16 मार्च को आएंगे। इनपर सभी की निगाह रहेगी।
निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, हमारा मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के बीच निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। यूएस फेड द्वारा कोई भी दर वृद्धि निवेशकों के लिए अमेरिकी बाजार को आकर्षक बनाएगी और भारतीय बाजार में बिकवाली देखा जा सकता है।
तेल की कीमतों का भी असर होगा
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, रुपये का उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल के दाम और विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा। सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक इस सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं। घरेलू मोर्चे पर मुद्रास्फीति के आंकड़े भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगे।