हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। आईटी और बैंकिंग स्टॉक्स के दम पर भारतीय शेयर बाजार नई ऊंचाई पर बंद होने में कामयाब रहा। बीएसई सेंसेक्स 529.03 अंक उछलकर 66,589.93 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी पहली बार 156.65 अंक की तेजी के साथ 19,721.15 अंक पर बंद हुआ। बाजार में शानदार तेजी से निवेशकों की आज करीब 5 लाख करोड़ रुपये की बंपर कमाई हुई। दरअसल, शुक्रवार को जब बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2.98 लाख करोड़ था। आज जब बाजार बंद हुआ तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण बढ़कर 3.03 लाख करोड़ पहुंच गई। इस तरह मार्केट कैप में करीब 5 लाख करोड़ की बढ़ोतरी हुई। यानी निवेशकों की कमाई 5 लाख करोड़ रुपये हुई। सेंसेक्स में शामिल एसबीआई के शेयर में सबसे अधिक 2.81 फीसदी की तेजी रही। एसबीआई का शेयर पहली पर 600 रुपये के पार बंद हुआ।
बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी
स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 529 अंक की छलांग के साथ एक बार फिर नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच घरेलू कंपनियों के पहली तिमाही के परिणाम उम्मीद के अनुरूप रहने के साथ विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली से स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी आई। सेंसेक्स के शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक सर्वाधिक 2.82 प्रतिशत चढ़ गया। इसके अलावा, विप्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंडसइंड बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। एचडीएफसी बैंक के वित्तीय परिणाम की घोषणा के बाद उसका शेयर दो प्रतिशत मजबूत हुआ। बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ जून तिमाही में 29.13 प्रतिशत बढ़कर 12,370.38 करोड़ रुपये रहा है।
इन कंपनियों के शेयरों में रही गिरावट
नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, टाइटन और जेएसडब्ल्यू स्टील शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘चीन में अनुमान से कम वृद्धि दर के कारण एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुख के बावजूद घरेलू बाजार ने मजबूती दिखायी। इसका कारण कंपनियों के पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम बेहतर रहने की उम्मीद है।’’ चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अप्रैल-जून की दूसरी तिमाही में उम्मीद से कम यानी 6.3 प्रतिशत रही। विश्लेषकों का अनुमान था कि पिछले साल की समान अवधि में वृद्धि की सुस्त रफ्तार की वजह से चालू अप्रैल-जून तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था अधिक तेजी से बढ़ेगी।
20,000 अंक के स्तर को छूने की ओर निफ्टी
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘आईटी शेयरों में तेजी के बाद बैंक सूचकांक में मजबूती से हमारे रुख की पुष्टि हुई है। हमारी नजर अब निफ्टी के धीरे-धीरे नई ऊंचाई यानी 20,000 अंक के स्तर को छूने पर है।’’ सूचकांकों में बीएसई स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों के शेयरों का सूचकांक) और मिडकैप (मझोली कंपनियों के शेयरों का सूचकांक) क्रमश: 0.85 प्रतिशत और 0.29 प्रतिशत मजबूत हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने शुक्रवार को 2,636.43 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार में शुक्रवार को मिला-जुला रुख था। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.62 प्रतिशत घटकर 78.58 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।