देशभर में जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान नौकरियों की अच्छी गतिविधि देखने को मिलेगी। नौकरी की जानकारी देने वाली कंपनी टीमलीज सर्विसेज लिमिटेड की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही (अक्टूबर 2023 से मार्च 2024) के लिए देश में रोजगार और भर्ती की स्थिति को प्रदर्शित करने के लिए अपनी ‘रोजगार परिदृश्य रिपोर्ट’ जारी की है। भाषा की खबर के मुताबिक, इस रिपोर्ट में 14 शहरों की 1,820 कंपनियों के आंकड़े जुटाए गए हैं।
कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की उम्मीद
खबर के मुताबिक, कंपनी ने कहा कि तीसरी तिमाही में त्योहारों के दौरान छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में कम मांग के चलते सुस्ती देखने को मिली थी। सर्वेक्षण में शामिल 79 प्रतिशत नियोक्ताओं ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बनाए रखने या उसे बढ़ाने की उम्मीद जताई है। उद्योग का रुख देखा जाए तो मेडिकल और दवा क्षेत्र की 86 प्रतिशत कंपनियां अपने कार्यबल में विस्तार के लिए तैयार हैं। वहीं, इलेक्ट्रिक वाहन और बुनियादी ढांचा 85 प्रतिशत के साथ इससे थोड़ा ही पीछे है। नई नियुक्तियों के लिए तैयार टॉप इंडस्ट्रीज में 88 प्रतिशत पर इलेक्ट्रिक वाहन और बुनियादी ढांचा क्षेत्र है।
सरकारी नीतियां और पहल को श्रेय
रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी छमाही में देश में कार्यबल विस्तार और नई नियुक्तियां देखने को मिल सकती है। कार्यबल विस्तार में इस उछाल का श्रेय सरकारी नीतियों और पहल को दिया जा सकता है, जिनका उद्देश्य रोजगार के अवसरों को मजबूत करना और देश में व्यवसाय के अनुकूल परिवेश तैयार करना है। टीमलीज सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कार्तिक नारायण ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की तेज वृद्धि को देखते हुए नियोक्ताओं के बीच भारी उम्मीद और उत्साह देखने को मिल रहा है।
नई बदलती और विकसित होती परिस्थितियों में हमारे पास कार्यबल के लिए एक उज्जवल भविष्य को आकार देने का अवसर है। हमें नवोन्मेष को बढ़ाने के साथ कौशल विकास पर निवेश करना जारी रखना चाहिए। साथ ही विविधता और समावेश पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो आने वाले महीनों में भारत की वृद्धि को गति देगा।