HDFC Share Price: वैश्विक बाजारों से किसी मजबूत संकेत के अभाव और घरेलू स्तर पर एचडीएफसी एवं एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भारी बिकवाली होने से शुक्रवार को दोनों मानक सूचकांकों में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स बिकवाली दबाव में 694.96 अंक यानी 1.13 प्रतिशत टूटकर 61,054.29 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 747.08 अंक तक फिसल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मानक सूचकांक निफ्टी में भी 186.80 अंक यानी 1.02 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस तरह निफ्टी 18,069 अंक पर बंद हुई। एक दिन पहले सेंसेक्स 555.95 अंक यानी 0.91 प्रतिशत चढ़कर 61,749.25 अंक पर बंद हुआ था। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एचडीएफसी बैंक में 5.80 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई। एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर में भी 5.57 प्रतिशत की बड़ी गिरावट रही। दोनों के विलय से बनने वाली कंपनी से बड़े पैमाने पर पूंजी निकासी होने की आशंका हावी होने से इन कंपनियों में भारी बिकवाली हुई।
इस वजह से डूब गए निवेशकों के करोड़ों
इनके अलावा इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस, विप्रो और एनटीपीसी के शेयर भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, नेस्ले, आईटीसी और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि विलय के बाद फंड की निकासी की आशंका से एचडीएफसी कंपनियों में भारी बिकवाली होने से भारतीय बाजार में गिरावट आई। इसके अलावा वैश्विक बाजारों से कोई खास संकेत न मिलने से भी धारणा कमजोर रही। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुआ जबकि हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त लेकर बंद हुआ। यूरोप के बाजारों दोपहर के सत्र में चढ़कर कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजारों में बृहस्पतिवार को गिरावट रही थी।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.59 प्रतिशत चढ़कर 73.65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बृहस्पतिवार को भारतीय बाजारों से 1,414.73 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीद की थी।