वोडा-आइडिया में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए खुशखबरी है। दरअसल, कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटा गिरकर 6,418.9 करोड़ रुपये रह गया। वीआईएल ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में उसे 6,563.1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस अवधि में कंपनी की सेवाओं से आय करीब तीन प्रतिशत बढ़कर 10,506.5 करोड़ रुपये हो गई जबकि जनवरी-मार्च 2022 में यह 10,228.9 करोड़ रुपये रही थी। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
पहली बार कंपनी की आय भी बढ़ी
वोडाफोन और आइडिया के विलय के बाद पहली बार कंपनी की सेवाओं से आमदनी भी बढ़ी है। समाप्त वित्त वर्ष में वीआईएल का राजस्व 9.4 प्रतिशत बढ़कर 42,133.9 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का कुल सकल कर्ज 31 मार्च को घटकर 2.09 लाख करोड़ रुपये पर आ गया जबकि दिसंबर, 2022 तिमाही के अंत में यह 2.23 लाख करोड़ रुपये था। हालांकि समूचे वित्त वर्ष 2022-23 में वोडाफोन आइडिया का घाटा बढ़कर 29,297.6 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में उसका घाटा 28,234.1 करोड़ रुपये रहा था।
जीआईसीरी का लाभ दोगुना होकर 3,417 करोड़ पर
भारतीय साधारण बीमा निगम का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी- मार्च तिमाही में लगभग दोगुना होकर 3,417.07 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 1,794.68 करोड़ रुपये रहा था। जीआईसीरी की कुल प्रीमियम आय 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में 7,369.74 करोड़ रुपये रही जो 2021-22 की इसी तिमाही में 10,303.81 रुपये थी। बयान के अनुसार शुद्ध प्रीमियम आय इस दौरान 6,234.53 करोड़ रुपये रही जो मार्च 2022 को समाप्त तिमाही में 9,080.52 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ तीन गुना होकर 6,312.50 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व वित्त् वर्ष 2021-22 में 2,005.74 करोड़ रुपये था।