वैश्विक निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में निवेशकों को भारतीय आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस के शेयर बेचने की सलाह दी है। बैंक ने बदलते मैक्रोइकोनॉमिक तनाव के कारण डॉलर राजस्व वृद्धि में संभावित कमी का हवाला देते हुए यह सलाह जारी की। कंपनी ने इन दो आईटी स्टाॅक को खरीदने से बेचने के लिए डाउनग्रेड किया है। वहीं, गोल्डमैन ने आकर्षक वैल्यूएशन और कंपनी की ऑर्डर बुक में हाल ही में आई तेजी का हवाला देते हुए विप्रो को Sell से Buy करने के लिए अपग्रेड किया है। गौरतलब है कि देश की कई शीर्ष आईटी कंपनियां ऊंची लागत के कारण अप्रैल-जून तिमाही में लाभ के अनुमान से चूक गईं थी।
क्या कहा गोल्डमैन ने अपनी रिपोर्ट में
गोल्डमैन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय IT क्षेत्र को महामारी के दौरान तीन तरह से लाभ हुआ, आउटसोर्सिंग, ऑफशोरिंग और डिजिटलाइजेशन। हालांकि, अब बदलते हालात में आईटी कंपनियों की कामई प्रभावित हुई है। हमारा मानना है कि भारतीय आईटी क्षेत्र की अमेरिका से कमाई यहां से धीमी गति से शुरू होगी। इसलिए, हमने शीर्ष 5 कंपनियों के लिए अपने राजस्व वृद्धि के अनुमान में कटौती की है जो कि हमारे 10 फीसदी के पहले के पूर्वानुमान के मुकाबले औसतन छह फीसदी है। गोल्डमैन ने कहा कि यह भारतीय आईटी कंपनियों के राजस्व की तुलना में EBIT मार्जिन पूर्वानुमानों पर अधिक आशावादी बना हुआ है।
आईटी इंडेक्स में बड़ी गिरावट
इस साल आईटी स्टाॅक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कई बड़ी कंपनियों के स्टाॅक अपने हाई से 25 फीसदी तक टूट चुके हैं। वहीं, बुधवार को निफ्टी आईटी इंडेक्स 3.1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी मुद्रास्फीति में आश्चर्यजनक वृद्धि ने फेडरल रिजर्व द्वारा आक्रामक दरों में बढ़ोतरी की आशंका है। आईटी इंडेक्स सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है। इस साल अब तक 27 फीसदी से अधिक गिर गया है। वहीं, बेंचमार्क निफ्टी50 इंडेक्स जो 4 फीसदी ऊपर है। हालांकि, कुछ विदेशी ब्रोकरेज भारतीय आईटी शेयरों पर सकारात्मक हो गए हैं।