फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड और लॉजिस्टिक्स कंपनी वेस्टर्न कैरियर्स (इंडिया) लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये धन जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी मिल गई है। दोनों कंपनियों ने मई और जून के बीच सेबी के पास आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे। इन्हें 15 से 22 सितंबर के बीच नियामक से ‘निष्कर्ष पत्र’ मिल गया है। सेबी की ओर से यह जानकारी दी गई है। किसी भी कंपनी को सार्वजनिक निर्गम लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष जरूरी होता है। दस्तावेजों के अनुसार, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक के आईपीओ में 625 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तक और निवेशक 1.7 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगे।
टियर-एक पूंजी मजबूत करने में इस्तेमाल होगा पैसा
बैंक आईपीओ से प्राप्त राशि का इस्तेमाल अपने टियर-एक पूंजी आधार को मजबूत करने के लिए करेगा। वेस्टर्न कैरियर्स के आईपीओ के तहत 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा कंपनी के प्रवर्तक राजेंद्र सेतिया 93.29 लाख शेयर बिक्री (ओएफएस) के लिए रखेंगे। कोलकाता की कंपनी ने कहा है कि वह आईपीओ से प्राप्त राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, पूंजीगत खर्च की जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए करेगी। दोनों कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे।
इन दो आईपीओ में भी निवेश का मौका
मनोज वैभव जेम्स एन ज्वैलर्स के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को सोमवार को बोली के दूसरे दिन 58 प्रतिशत अभिदान मिला। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, शेयर बिक्री के तहत 91,20,664 शेयरों के मुकाबले 53,05,203 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) के लिए 73 प्रतिशत अभिदान प्राप्त हुआ, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 57 प्रतिशत अभिदान मिला। योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए निर्धारित कोटे के अंतर्गत 33 प्रतिशत अभिदान मिला। जेएसडब्ल्यू समूह की कंपनी जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को सोमवार को बोली के पहले दिन 43 प्रतिशत अभिदान मिला। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार आईपीओ को पहले दिन 13.62 करोड़ शेयरों की पेशकश के मुकाबले 5.82 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों की श्रेणी को 1.38 गुना अभिदान मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 60 प्रतिशत अभिदान मिला।