Highlights
- 53,750.97 अंक पर बंद हुआ बीएसई सेंसेक्स
- 15,989.80 अंक पर बंद हुआ एनएसई निफ्टी
- रुपया तीन पैसे चढ़कर 79.30 प्रति डॉलर पर बंद हुआ
Share Market में बुधवार को तेजी रही और दोनों मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी एक प्रतिशत से अधिक मजबूत हुए। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, वित्तीय और वाहन शेयरों में लिवाली के साथ लंबे समय बाद विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार रहे जिससे बाजार की तेजी को समर्थन मिला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 616.62 अंक यानी 1.16 प्रतिशत उछलकर 53,750.97 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 684.96 अंक यानी 1.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 53,819.31 अंक तक पहुंचा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 178.95 अंक यानी 1.13 प्रतिशत के लाभ के साथ 15,989.80 अंक पर बंद हुआ।
इन शेयरों में रही तेजी
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, टाइटन, मारुति सुजुकी इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक और नेस्ले प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में पावरग्रिड, एनटीपीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो तथा टाटा स्टील शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि कच्चे तेल के दाम में नरमी, एफआईआई की लिवाली तथा बैंकों के मजबूत कारोबारी आंकड़ों से घरेलू शेयर बाजार में तेजी आई नायर ने कहा कि कच्चे तेल का दाम मंगलवार को करीब 10 प्रतिशत नीचे आ गया। इससे खपत, रसायन, लॉजिस्टिक और तेल विपणन कंपनियों के शेयरों में लिवाली बढ़ी, क्योंकि इससे इन क्षेत्रों पर लागत बोझ कम होगा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप क्रमश: 1.76 प्रतिशत और 0.94 प्रतिशत मजबूत हुए।
विदेशी निवेशक 1,295 करोड़ के शेयर खरीदे
हेम सिक्योरिटीज के प्रमुख (पीएमएस) मोहित निगम ने कहा, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध शुरुआती आंकड़ों के अनुसार एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) पांच जुलाई को शुद्ध खरीदार रहे। उन्होंने 1,295.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। हालांकि, यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.43 प्रतिशत की तेजी के साथ 105.3 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रुपया तीन पैसे चढ़कर 79.30 प्रति डॉलर पर बंद
रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने अबतक के सबसे निचले स्तर से उबरने में सफल रहा और तीन पैसे की बढ़त के साथ 79.30 प्रति डॉलर (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ। कारोबारियों के मुताबिक, कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत में गिरावट आने और विदेशी कोषों की निकासी पर लगाम लगने से रुपये को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.29 के भाव पर मजबूती के साथ खुला था लेकिन बाद में उसमें उतार-चढ़ाव का जोर रहा। कारोबार के दौरान रुपया 79.24 के ऊंचे स्तर और 79.37 के निचले स्तर पर भी पहुंचा।