FPI: भारत की अर्थव्यवस्था और सरकारी नीतियों पर विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार है। यही वजह है कि विदेशी निवेशक जुलाई में भारतीय शेयर बाजार में लगातार अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 32,365 करोड़ रुपये का निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक अगस्त के शुरुआती दो दिनों (1-2 अगस्त) में एफपीआई ने 1,027 करोड़ रुपये के भारतीय शेयर बेचकर पैसे निकाले हैं।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था से तय होगा अगस्त का निवेश
बजट में इक्विटी निवेश पर कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद से एफपीआई प्रवाह में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी. के. विजयकुमार ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और बाजारों से जुड़े घटनाक्रम अगस्त में एफपीआई की गतिविधियों का रुख तय करेंगे।
ब्याज दरों में कटौती कर सकता है फेडरल रिजर्व
डेजर्व के सह-संस्थापक वैभव पोरवाल ने कहा, ''अर्थव्यवस्था में सुस्ती और कमजोर रोजगार के आंकड़ों के बाद ये निश्चित है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा सितंबर में ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। महत्वपूर्ण सवाल ये है कि कटौती कितनी होगी। अभी तक ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती संभव है।''
पिछले 3 महीनों में कैसा रहा विदेशी निवेशकों का मूड
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में शुद्ध रूप से शेयरों में 32,365 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे पहले जून में राजनीतिक स्थिरता और बाजारों में तेज उछाल के बीच एफपीआई ने शेयरों में 26,565 करोड़ रुपये का निवेश किया था। वहीं, चुनावी नतीजों को लेकर असमंजस के बीच विदेशी निवेशकों ने मई में 25,586 करोड़ रुपये निकाले थे।
बॉन्ड मार्केट में लगातार बढ़ रहा विदेशी निवेशकों का निवेश
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक - प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है। वहीं चीन के वृद्धि दर के अनुमान में कमी की गई है। जिससे विदेशी निवेशक भारतीय बाजार की ओर रुख कर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने जुलाई में शेयरों के अलावा ऋण या बॉन्ड मार्केट में 22,363 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे इस साल अबतक बॉन्ड मार्केट में उनका निवेश बढ़कर 94,628 करोड़ रुपये हो गया है।
पीटीआई इनपुट्स के साथ