Highlights
- ई-मुद्रा लिमिटेड के आईपीओ को मात्र 6 प्रतिशत का लिस्टिंग गेन मिला
- बीएसई में ई-मुद्रा का शेयर 271 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ
- ई-मुद्रा के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को 2.72 गुना अभिदान मिला था
शेयर बाजार में एक और आईपीओ ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाण-पत्र देने वाली कंपनी ई-मुद्रा लिमिटेड के आईपीओ से मोटे मुनाफे की उम्मीद लगाए बैठे निवेशकों को मात्र 6 प्रतिशत का लिस्टिंग गेन मिला।
कंपनी का शेयर बुधवार को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ। बीएसई में ई-मुद्रा का शेयर 271 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ जो कि उसके निर्गम मूल्य से 5.85 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। बाद में यह 8.98 प्रतिशत तक की उछाल लेने में सफल रहा।
एनएसई में भी कंपनी का शेयर 5.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 270 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुआ। ई-मुद्रा के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को 2.72 गुना अभिदान मिला था। निर्गम के लिए 243 रुपये से लेकर 256 रुपये का मूल्य दायरा रखा गया था।
कॉजेंट ई-सर्विसेज को IPO के लिए सेबी की हरी झंडी
कॉजेंट ई-सर्विसेज लिमिटेड को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पूंजी जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी मिल गई है। दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत कंपनी 150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी।। इसके साथ ही कंपनी के प्रवर्तकों द्वारा 94.68 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जाएगी। कॉजेंट ई-सर्विसेज ने सेबी के पास आईपीओ के लिए फरवरी में दस्तावेज दाखिल किए थे। कंपनी को आईपीओ के लिए सेबी का ‘निष्कर्ष’ 23 मई को मिला है।
OYA की सितंबर के बाद IPO लाने की योजना
हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की टेक स्टार्टअप कंपनी ओयो सितंबर के बाद अपना प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने की योजना बना रही है। कंपनी ने इस संबंध में बाजार नियामक सेबी को पत्र लिखकर अपने आवेदन को अपडेट करने का अनुरोध किया है। कंपनी ने आईपीओ के जरिए 8,430 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पिछले साल अक्टूबर में सेबी के पास आवेदन किया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कंपनी अब 11 अरब अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग 7-8 अरब अमेरिकी डॉलर के कम मूल्यांकन पर तैयार है।