घरेलू स्टॉक मार्केट (Stock Market) ने बीते हफ्ते तो अच्छा परफॉर्म किया लेकिन 11 सितंबर से शुरू हो रहे अगले कारोबारी हफ्ते में स्टॉक मार्केट का डायरेक्शन काफी हद तक मैक्रो इकोनॉमिक आंकड़े, ग्लोबल मार्केट ट्रेंड और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की गतिविधियों से तय होगा. यानी इन्हीं फैक्टर्स से मार्केट की दिशा तय होगी। भाषा की खबर के मुताबिक, मार्केट एक्सपर्ट्स ने यह राय जताई है। पिछले हफ्ते इंटरनेशनल लेवल पर कई निगेटिव चीजें हुईं, बावजूद व्यापक बाजार में तेजी रही। इस दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप शुक्रवार को अपने अब तक के सबसे हाई लेवल पर पहुंच गए।
इन हलचल का भी मार्केट पर दिखेगा असर
खबर के मुताबिक, स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट की रिसर्च संतोष मीणा ने कहा कि बीते सप्ताह बाजार में तेजी के बावजूद संस्थागत निवेशक पूरे हफ्ते शुद्ध बिकवाल बने रहे। ऐसे में आगे चलकर संस्थागत निवेशकों का प्लो बेहद खास रहेगा। मार्केट पर क्रूड ऑयल का उचार-चढ़ाव, डॉलर इंडेक्स और अमेरिका में बॉन्ड यील्ड का भी असर देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, महंगाआई और ईसीबी मीटिंग में क्या निकलकर आता है, इसका भी मार्केट(Stock Market) पर असर देखने को मिल सकता है।
महंगाई के आंकड़े 12 सितंबर को जारी होंगे
अगले हफ्ते औद्योगिक उत्पादन सूचकांक यानी आईआईपी (IIP) पर आधारित महंगाई के आंकड़े 12 सितंबर को जारी होंगे। इसके अलावा जुलाई के आईआईपी और अगस्त के मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा मंगलवार को होगी। भाषा की खबर के मुताबिक,वृहद मोर्चे पर बाजार कुछ प्रमुख घरेलू घटनाक्रमों जैसे उपभोक्ता और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (महंगाई) के आंकड़े, आईआईपी (Index of Industrial Production) और मैनुफैक्चरिंग प्रोडक्शन के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा।
ये फैक्टर्स होंगे महत्वपूर्ण
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा का मानना है कि इस सप्ताह अमेरिका के महंगाई और बेरोजगारी दावों के आंकड़े, औद्योगिक उत्पादन, कच्चे तेल का भंडार और ब्रिटेन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और आईआईपी के आंकड़े बाजार (Stock Market) को मुख्य तौर पर प्रभावित करेंगे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फिलहाल बाजार आगे की दिशा के लिए मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।