बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप (एमकैप) गुरुवार को बढ़कर 355 लाख करोड़ रुपये के अब तक के सबसे ऊंचे लेवल पर पहुंच गया। इसके साथ ही सेंसेक्स के सर्वकालिक ऊंचाई के लेवल पर पहुंचने से निवेशकों की संपत्ति 3.22 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। भाषा की खबर के मुताबिक, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को बरकरार रखने के बाद ग्लोबल मार्केट में तेजी आई। फेड रिजर्व ने अगले साल ब्याज दर में तीन-चौथाई अंक की कटौती करने के संकेत भी दिए हैं।
निवेशकों की संपत्ति
ग्लोबल मार्केट में तेजी के रुख के साथ बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स गुरुवार को 929.60 अंक या 1.34 प्रतिशत उछलकर 70,514.20 अंक के अपने अब तक के सबसे ऊंचे लेवल पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 70,602.89 अंक पर पहुंच गया था। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,55,02,238.83 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गया। निवेशकों की संपत्ति में आज जोरदार इजाफा हो गया।
लाभ में रहे ये स्टॉक्स
सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे, जबकि पावर ग्रिड, नेस्ले, टाइटन, जेएसडब्ल्यू स्टील, मारुति और टाटा मोटर्स के शेयर कमजोर हुए। दूसरे एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग फायदे में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और जापान का निक्की नुकसान में बंद हुए। अमेरिकी बाजार बुधवार को पॉजिटिव रुख के साथ बंद हुए थे।
बीएसई पर सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 24 मई 2021 को 3000 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को छू गया था। इससे पहले 28 मई 2007 को 1000 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। 1000 अरब डॉलर से 1500 अरब डॉलर का सफर तय करने में 2,566 दिन यानी सात साल से अधिक समय लगा। 6 जून 2014 को उसने 1500 अरब डॉलर का आंकड़ा छुआ।