BPCL Q2 Results : सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी बीपीसीएल के सितंबर तिमाही के शुद्ध लाभ में 72 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई है। रिफाइनरी और मार्केटिंग मार्जिन घटने से कंपनी का लाभ कम हुआ है। भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने शुक्रवार को शेयर बाजारों को जुलाई-सितंबर, 2024 के वित्तीय नतीजों की सूचना दी। बीपीसीएल ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 2,297.23 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया है। जबकि एक साल पहले यह 8,243.55 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून की तिमाही के मुकाबले भी बीपीसीएल का शुद्ध लाभ कम हुआ है। जून तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 2,841.55 करोड़ रुपये था।
पिछले साल कमाया था काफी मुनाफा
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 1.17 लाख करोड़ रुपये के साथ लगभग अपरिवर्तित रहा। एक साल पहले की समान अवधि में यह 1.16 लाख करोड़ रुपये था। बीपीसीएल के अलावा सरकारी स्वामित्व वाली ईंधन खुदरा विक्रेताओं - इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने पिछले साल लागत घटने के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखकर काफी मुनाफा कमाया था। हालांकि, आम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती के साथ मूल्य स्थिर रखने से होने वाला लाभ खत्म हो गया। इसके साथ ही अपेक्षाकृत स्थिर कच्चे तेल की कीमतों पर मार्जिन में गिरावट आने से सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों के मुनाफे में गिरावट आई है।
39% बढ़ गया IDBI Bank का मुनाफा
आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 39 प्रतिशत बढ़कर 1,836 करोड़ रुपये रहा। बैंक की ब्याज आय बढ़ने से मुनाफा बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 1,323 करोड़ रुपये था। सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के नियंत्रण वाले बैंक ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आमदनी सितंबर तिमाही में बढ़कर 8,754 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,924 करोड़ रुपये थी।
26% बढ़ी ब्याज आय
आईडीबीआई बैंक की शुद्ध ब्याज आय 26 प्रतिशत बढ़कर 3,875 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,066 करोड़ रुपये थी। बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार देखा गया और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर तिमाही के अंत में बढ़कर सकल कर्ज का 3.68 प्रतिशत हो गईं। जबकि एक साल पहले 4.90 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए घटकर 0.20 प्रतिशत रह गया। जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 0.39 प्रतिशत था। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) बढ़कर 21.98 प्रतिशत हो गया, जो सितंबर 2023 के अंत में 21.26 प्रतिशत था।