पूरी दुनिया में इस वक्त भू-राजनीतिक तनाव भले ही हों, लेकिन भारतीय निवेशकों का रुख बेहद पॉजिटिव है। इसका संकेत हाल के दिनों में देश में डीमैट अकाउंट (Demat Account) की संख्या में जोरदार उछाल देखने को मिला है, जिसका असर स्मॉल कैप स्टॉक (Small cap stocks) और मिड कैप स्टॉक (mid cap stocks) में तेजी के रूप में देखने को मिल रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार की संरचना मौजूदा स्तर से धीरे-धीरे ऊपर जाने के लिए अनुकूल है। IANS की खबर के मुताबिक, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने यह बात कही।
13.2 करोड़ तक पहुंच गई डीमैट की संख्या
खबर के मुताबिक, एसएंडपी 500 में छह दिनों की बढ़त का सिलसिला बाजारों को वैश्विक स्थिरता प्रदान करता है। विजयकुमार ने कहा, स्थिर कच्चा तेल, स्थिर डॉलर, अमेरिकी बांड यील्ड में गिरावट और गिरता सोना बाजार में स्थिरता के संकेतक हैं। निवेशकों को इस बात की सराहना करनी होगी कि स्मॉल (Small cap stocks) और मिडकैप (mid cap stocks) में रैली मुख्य रूप से हर गिरावट पर खुदरा खरीदारी से प्रेरित होती है। डीमैट अकाउंट्स (Demat Account) में जोरदार बढ़ोतरी, जो अब 132 मिलियन (13.2 करोड़) तक पहुंच गई है, बाजार में तेजी में प्रमुख भूमिका निभा रही है, जबकि लार्ज कैप एफआईआई की बिकवाली के दबाव में हैं।
लार्ज कैप कंपनियों के नतीजे रहे बेहतर
लार्ज कैप स्टॉक में खासतौर पर आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, आरआईएल, टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, एलएंडटी और बजाज फाइनेंस की बुनियादी ताकत दूसरी तिमाही के नतीजों से मजबूत हुई है। एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) का भारत में खरीदार बनना सिर्फ समय की बात है। जब ऐसा होता है, तो लार्ज कैप बेहतर प्रदर्शन करेंगे। IANS की खबर के मुताबिक, प्रभुदास लीलाधर के तकनीकी अनुसंधान की वाइस प्रेसिडेंट वैशाली पारेख ने कहा कि निफ्टी ने पिछले तीन सत्रों में 19,250 लेवल के महत्वपूर्ण बाधा को तोड़ने के लिए एक अच्छा सुधार देखा है, जिससे 19,500 तक आगे बढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है।