बजाज फाइनेंस की सहायक कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिए 7,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास आरंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, प्रस्तावित आईपीओ में 4,000 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और मूल कंपनी बजाज फाइनेंस द्वारा 3,000 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। शेयर बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है, जिसके अनुसार ऊपरी स्तर की गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) को सितंबर, 2025 तक शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होना आवश्यक है।
आईपीओ का पैसा कहां इस्तेमाल होगा?
नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी की पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा ताकि भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा किया जा सके। बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक गैर-जमा लेने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है जो सितंबर, 2015 से राष्ट्रीय आवास बैंक के साथ पंजीकृत है। यह आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की खरीद और नवीनीकरण के लिए वित्तीय समाधान प्रदान करती है। बीते वित्त वर्ष (2023-24) के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 38 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,731 करोड़ रुपये जुटाए थे।
कंपनी लगातार कर रही ग्रोथ
31 दिसंबर को समाप्त नौ महीनों के लिए, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के पास 85,929 करोड़ रुपये की प्रबंधन परिसंपत्तियां थीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 31 प्रतिशत की वृद्धि थी। संवितरण भी 31 प्रतिशत बढ़कर 25,308 करोड़ रुपये हो गया, जबकि शुद्ध लाभ 41 प्रतिशत बढ़कर 1,350 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, यह फर्म एक विविधीकृत NBFC है जो देश भर में 76.5 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करती है। पुणे स्थित बजाज हाउसिंग फाइनेंस व्यक्तियों के साथ-साथ कॉर्पोरेट संस्थाओं को फ्लैट या कमर्शियल प्रॉपर्टी की खरीद और नवीनीकरण के लिए वित्त प्रदान करता है।