Afcom Holdings IPO: एफकॉम होल्डिंग्स लिमिटेड का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2 अगस्त को खुला था और 6 अगस्त को बंद हुआ था। ये एक एसएमई आईपीओ था, जिसकी लिस्टिंग बीएसई एसएमई पर होनी थी। कंपनी ने अपने इस आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयरों के लिए 102-108 रुपये का प्राइस रेंज तय किया था। कंपनी के आईपीओ को 303 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। जिसका साफ मतलब ये था कि निवेशक किसी भी हाल में कंपनी के शेयर को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना चाहते थे।
9 अगस्त को बीएसई एसएमई पर लिस्ट हुई थी कंपनी
शुक्रवार, 9 अगस्त को बीएसई एसएमई पर कंपनी की लिस्टिंग हो गई। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कंपनी ने अपने जिस शेयर के लिए 108 रुपये की अधिकतम कीमत तय की थी, वो शेयर 90 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 205.20 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए। इतना ही नहीं, शेयर बाजार में 90 प्रतिशत के भारी-भरकम प्रीमियम के साथ लिस्ट होने के बाद भी एफकॉम होल्डिंग्स के शेयरों में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली।
बाजार में लिस्टिंग होते ही शेयरों में लगा अपर सर्किट
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक बाजार में लिस्टिंग होने के साथ ही निवेशक एफकॉम होल्डिंग्स के शेयर खरीदने के लिए टूट पड़े। कुछ ही देर में कंपनी के शेयरों में 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया और कंपनी के शेयर अपने लिस्टिंग वाले दिन ही 215.45 रुपये के भाव पर पहुंच गए।
पहले ही दिन लगभग डबल हो गया निवेशकों का पैसा
एफकॉम होल्डिंग्स के शेयरों ने उन निवेशकों को पहले ही दिन मालामाल कर दिया, जिन्हें आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर अलॉट हुए थे। बताते चलें कि आईपीओ के तहत निवेशकों को 108 रुपये के भाव पर एक लॉट में 1200 शेयर अलॉट किए गए थे। यानी जिन निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट मिला, वो मालामाल हो गए। ऐसे निवेशकों का 1,29,600 रुपये का निवेश पहले ही दिन लगभग डबल 2,58,540 रुपये हो गया।