अर्थव्यवस्था में सुस्ती की चिंता से सेंसेक्स 268 अंक लुढ़का, टाटा मोटर्स का शेयर 9 प्रतिशत टूटा
बाजार | 21 Aug 2019, 5:57 PMनेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.30 अंक या 0.89 प्रतिशत के नुकसान से 10,918.70 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.30 अंक या 0.89 प्रतिशत के नुकसान से 10,918.70 अंक पर बंद हुआ।
कमजोर वैश्विक रुख के साथ मुनाफावसूली के लिए प्रतिभागियों के सौदे घटाने से बुधवार को वायदा कारोबार में सोना 114 रुपये गिरकर 37,890 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया, जबकि वायदा कारोबार में चांदी 307 रुपये गिरकर 43,634 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
शेयर बाजार आज बुधवार को लाल निशान में खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 42.42 अंकों की गिरावट के साथ 37,285.59 अंक पर खुला।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनियों की कमाई भी सुस्त रही। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को पूंजी बाजार से 305.74 करोड़ रुपए निकाले।
बाजार सूत्रों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के बावजूद स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की मांग बढ़ने के कारण घरेलू हाजिर बाजार में इस बहुमूल्य धातु सोने की कीमतों में उछाल आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी मामूली 6.10 अंक यानी 0.06 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,053.90 अंक पर बंद हुआ।
सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख के साथ स्थानीय आभूषण निर्माताओं की घटी मांग की वजह से सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
आभूषण कारोबारियों की ताजा लिवाली से स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 475 रुपये की तेजी के साथ 38,420 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया।
एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकतों के बीच शेयर बाजार में आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट देखने को मिल रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 337 अंक गिरकर 36,974.41 पर कारोबार करता दिखा।
वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच पीली धातु यानी सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है, क्योंकि निवेशकों के लिए यह सुरक्षित और पसंदीदा निवेश का सबसे बेहतर विकल्प बन गया है। ऐसे में त्योहारी सीजन में भारत में सोना 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला जाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।
विदेशों में सोने की कीमतों में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग के कारण यह गिरावट आई है।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंग सेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक में तेजी रही।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं उठाव बढ़ने के अलावा मजबूत वैश्विक रुख के चलते प्रमुख तौर पर चांदी की कीमतों में तेजी आई है।
घरेलू शेयर बाजारों में यह गिरावट कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिका व चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव की वजह से देखने को मिली है।
विश्लेषकों के मुताबिक, सोने की कीमतों में उछाल का मुख्य कारण सकारात्मक वैश्विक रुख के साथ स्थानीय मांग में वृद्धि होना है।
गिरावट का कारण विदेशी बाजारों में इसकी कीमत 1,500 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर मजबूत होने के बावजूद स्थानीय सर्राफा व्यापारियां की मांग में कमी आना था।
घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार लगातार दूसरे दिन मजबूत कारोबारी रुझान से गुलजार दिखा। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और सकारात्मक घरेलू कारकों से शुरूआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 380 अंकों की तेजी के साथ 37,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर चला गया। वहीं, निफ्टी भी 100 अंक से ज्यादा उछला।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि छह वर्षों में पहली बार बुधवार को सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमत 1,500 डॉलर प्रति औंस के स्तर को लांघ गई।
नरम घरेलू संकेतों के कारण गुरुवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार भारी उथल-पुथल में रहे। शुरुआती कारोबार में बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में करीब 250 अंकों का उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत बुधवार को 1,113 रुपये की तेजी के साथ 37,920 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वोच्च स्तर को छू गया। अमेरिका और चीन के बीच ताजा व्यापार तनाव के बढ़ने से निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के विकल्प के बतौर सर्राफा की ओर रुख किया जिससे विदेशी बाजारों में तेजी का रुख रहा।
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