क्या Paytm के शेयर 450 रुपये से भी नीचे आएंगे? बीएसई में सफाई के बाद भी नहीं थमी गिरावट
बाजार | 23 Mar 2022, 7:12 PMमैक्वायरी के एनालिस्ट सुरेश गणपति को पेटीएम के शेयरों 450 रुपये तक आने का अनुमान लगाया था।
मैक्वायरी के एनालिस्ट सुरेश गणपति को पेटीएम के शेयरों 450 रुपये तक आने का अनुमान लगाया था।
कारोबार के दौरान, यह एक समय 420.71 अंक टूटकर 57,568.59 अंक तक नीचे आ गया था।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 2.14 फीसदी बढ़कर 119 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।
वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रूख और मारुति, इंफोसिस और टीसीएस जैसे बड़े शेयरों के लाभ में जाने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 264 अंक चढ़ गया।
बाजार की दिशा रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन में कोविड की स्थिति तथा कच्चे तेल की कीमतों से तय होगी।
एयरटेल की बाजार हैसियत 15,377.68 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 3,96,963.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरोप लगा है कि वह भारत के लोगों से जुड़ी जानकारी चीन की कंपनियों को दे रहा था। इसी वजह को देखते हुए आरबीआई ने 11 मार्च को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर पाबंदी लगाई थी।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,039.80 अंक यानी 1.86 प्रतिशत की तेजी के साथ 56,816.65 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक 14 सालों में इसके निवेशकों की संख्या 10 गुना बढ़ी है।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 3.35 फीसदी की बढ़त एचडीएफसी में रही, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस के शेयर भी लाभ में रहे।
बीएसई सेंसेक्स 709.17 अंक लुढ़ककर 55,776.85 और एनएसई निफ्टी 208.30 अंक टूटकर 16,663 अंक पर बंद हुआ।
सिर्फ पेटीएम, जोमैटो, पीबी फिनटेक, कारट्रेड टेक और एफएसएन ई-कॉमर्स को देंखे तो इन पांच कंपनियों ने निवेशकों को अभी तक करीब 2.50 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 935.72 अंक यानी 1.68 प्रतिशत चढ़कर 56,486.02 अंक पर बंद हुआ।
पेटीएम की लिस्टिंग 18 नवंबर 2021 को 2,150 रुपये में हुई थी, जो गिरकर अब 700 रुपये पर है। इस तरह निवेशकों को प्रति शेयर करीब 1,450 रुपये का नुकसान हो चुका है।
सेंसेक्स में इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, विप्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर लाभ में थे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 49,492.7 करोड़ रुपये बढ़कर 16,22,543.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
साल 2021 में और अब 2022 के तीन महीनों में विदेशी निवेशकों के बिकवाली से अधिक घरेलू निवेशकों ने खरीदारी की है। इससे बाजार क्रैश होने से बचा हुआ है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा, हमारा मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के बीच निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
निफ्टी शुरुआती कारोबार में 124 गिरकर 16,470.90 पर आ गया। लेकिन जल्द लिवाली शुरू हो गई और यह 70.70 अंक की बढ़त के साथ 16,665.60 पर आ गया
शनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 249.55 अंक यानी 1.53 प्रतिशत के उछाल के साथ 16,594 अंक के स्तर पर जाकर बंद हुआ।
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