नयी दिल्ली। फूड डिलिवरी मंच जोमैटो का 9,375 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बुधवार को खुल गया है। आईपीओ 16 जुलाई को बंद होगा। आईपीओ के तहत मूल्य दायरा 72 से 76 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। कंपनी की आईपीओ से 9,375 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। ऐसी चर्चा है कि कंपनी के आईपीओ को वैश्विक संस्थागत निवेशकों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिलेगी।
कंपनी को जैक मा के एंट ग्रुप कंपनी का समर्थन है। जोमैटो भारत की यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स की लंबी सूची में आईपीओ लाने वाली पहली कंपनी है। यह पहली ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर है, जो आईपीओ ला रही है। इसके आईपीओ के आधार पर जोमैटो का मूल्यांकन 64,365 करोड़ रुपये बैठता है। इसे मार्च, 2020 में आए एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज (10,341 करोड़ रुपये) के बाद का दूसरा सबसे आईपीओ माना जा रहा है। यह भारतीय रेलवे वित्त निगम (आईआरएफसी) के जनवरी में आए आईपीओ से आगे निकल जाएगा।
195 शेयरों का है लॉट
195 शेयरों का एक लॉट होगा। हालांकि, रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए ही अप्लाई कर सकते हैं। सेबी के नियमों के मुताबिक, 2 लाख रुपए से ज्यादा का निवेश आप नहीं कर सकते हैं।जोमैटो का कारोबार देश में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे और कोलकाता समेत कई प्रमुख शहरों में है तो विदेश की बात करें तो यह यूएई, फिलीपींस, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, तुर्की, ब्राजील और इंडोनेशिया, पुर्तगाल, कनाडा, आयरलैंड ऑस्ट्रेलिया और यूएस में भी अपनी सेवाएं दे रही है।
टूटे सारे रिकॉर्ड
भारतीय आईपीओ बाजार ने बीते 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दरअसल, बीते छह महीने में आईपीओ के जरिये कंपनियों ने 3.9 अरब डॉलर जुटा ली है। यह 2008 के बाद पहली बार हुआ है कि सिर्फ 180 दिनों में कंपनियों ने इतनी बड़ी रकम जुटाई है। वहीं, 2018 में पूरे साल में जुटाई गई रहम से यह तीन गुना अधिक है। इतना नहीं है आने वाले महीनों में कई नए रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है क्योंकि कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ बाजार में सूचीबद्ध होंगे।