नई दिल्ली। शेयर बाजार में इस हफ्ते कारोबार की चाल खुदरा मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) जैसे प्रमुख वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘शेयर बाजार में कारोबार करने वाले औद्योगिक उत्पादन और खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मुद्रास्फीति के फरवरी में घटकर 4.74% के स्तर तक आने की उम्मीद है जिससे निकट अवधि में बांड प्रतिफल में नरमी आएगी।’’
एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा कि बांड बाजार के लिए खुदरा मुद्रास्फीति आंकड़े महत्वपूर्ण हैं और पिछले छह महीने से भारतीय शेयर बाजार पर इसका प्रभाव है।’’ जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.07% रह गई थी, जबकि थोक मुद्रास्फीति 2.84% थी जो छह महीने का निचला स्तर था।
दिसंबर में खुदरा मुद्रास्फीति 5.21% और थोक मुद्रास्फीति 3.58% दर्ज की गई थी। इसी बीच औद्योगिक उत्पादन दिसंबर में 7.1% की वृद्धि दर से बढ़ा था, और यह बाजार में सुधार के संकेत को दिखाता है। रिलायंस सिक्योरिटीज में वरिष्ठ विश्लेषक विकास जैन ने कहा कि क्षेत्रवार वाहन, निजी बैंक और टिकाऊ उपभोक्ता सामान में सकारात्मक दौर रहने की उम्मीद है।