नई दिल्ली। विप्रो ने मंगलवार को अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। सितंबर को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 3.4 फीसदी की गिरावट के साथ 2466 करोड़ रुपये पर आ गया है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 2553 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। हालांकि पहली तिमाही के मुकाबले प्रॉफिट में 3.2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। पहली तिमाही में कंपनी को 2390 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी की कंसोलिडेटेड आय मामूली गिरावट के साथ 15114 करोड़ रुपये रही है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी की आय 15126 करोड़ रुपये रही थी। वहीं पिछली तिमाही के मुकाबले दूसरी तिमाही में आईटी सर्विस का EBIT (Earnings before interest and tax) 1.9 फीसदी बढ़कर 2835 करोड़ रुपये रहा है। इसी अवधि में पिछली तिमाही के मुकाबले मार्जिन 20 बेस प्वाइंट बढ़कर 19.2 फीसदी रहा है। आईटी सर्विस सेग्मेंट की डॉलर आय में पिछली तिमाही के मुकाबले 3.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है, आय बढ़कर 199.2 करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गई है।
तिमाही के नतीजों को जारी करने के साथ ही विप्रो के बोर्ड ने 9500 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। कंपनी 400 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 23.75 करोड़ शेयर बायबैक करेगी। बायबैक किए जाने वाले शेयर कुल पेड अप इक्विटी शेयर कैपिटल का 4.16 फीसदी है। तीसरी तिमाही के लिए गाइडेंस देते हुए कंपनी ने कहा कि उन्हे अनुमान है कि जारी तिमाही में आईटी सर्विस कारोबार से आय 202 करोड़ डॉलर से 206 करोड़ डॉलर के बीच रह सकती है। दूसरी तिमाही के मुकाबले इसमें 1.5 से 3.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान है।
विप्रो के सीईओ और एमडी थियेरी डेलपोर्ट ने कहा कि कंपनी का दूसरी तिमाही में प्रदर्शन अच्छा रहा है। कंपनी आगे आने वाले अवसरों को लेकर काफी सकारात्मक है, और दूसरी तिमाही के बेहतर नतीजों से कंपनी की आगे के लिए उम्मीदे भी बढ़ गई हैं।