Key Highlightsरिटर्न के नजरिए से Gold में निवेश का बेहतरीन जरिया है Gold Bondरिटर्न के अलावा अलग से मिलता है Gold Bond पर ब्याज Gold ETF की तरह Gold Bond के लिए जरूरी नहीं है डीमैट अकाउंटनई दिल्ली। शायद ही कोई ऐसा भारतीय हो जिसे Gold से प्यार न हो। सिर्फ आभूषण के लिए ही नहीं बल्कि उपहार और Investment के लिए भी हम Gold का इस्तेमाल करते हैं। इसमें निवेश करने के कई तरीके हैं। आप भौतिक रूप से Gold खरीद सकते हैं या Gold ETF, Gold Fund या Gold Bond के जरिए इसमें निवेश कर सकते हैं। अब सवाल उठता है कि रिटर्न और खर्च के नजरिए से Investment का कौन सा जरिया सबसे बेहतरीन है।यह भी पढ़ें : बैंक FD से ज्यादा पाना चाहते हैं रिटर्न तो कंपनी FD में करें निवेशGold ETF चुनें या Gold BondsGold ETF घरेलू बाजार में Gold की कीमतों को ट्रैक करता है।इसका रिटर्न भी घरेलू बाजार में Gold के दाम के लगभग बराबर होता है।औसतन इनका सालाना खर्च एक फीसदी होता है।मतलब अगर Gold ने 10 फीसदी का रिटर्न दिया है तो Gold ETF 9 फीसदी का वास्तविक रिटर्न देगा।Gold Bond अलग इससे अलग है।अगर बाजार में आपको 10 फीसदी का रिटर्न दिया तो इसके अलावा आपको 2.75 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज मिलेगा।दूसरी बात कि Gold Bonds का कोई खर्च नहीं होता है।यह भी पढ़ें : Gold ETF की घटी चमक, अप्रैल-सितंबर में निवेशकों ने निकाले 539 करोड़ रुपएखरीदारी की सुविधा के नजरिए से Gold ETF और Gold BondsGold ETF की खरीदारी सीधे म्यूचुअल फंड कंपनियों से ऑनलाइन या ऑफलाइन की जा सकती है।इसके अलावा बैंक भी Gold ETF बेचते हैं।Gold Bonds बैंक या दूसरे वितरकों जैसे बीएसई स्टार एमएफ से खरीदे जा सकते हैं।आप इनकी खरीदारी ETF की तरह ही स्टॉक एक्सचेंजों से कर सकते हैं।Gold ETF के लिए आपका डीमैट अकाउंट होना जरूरी है जबकि Gold Bonds आपको सर्टिफिकेट के रूप में मिलता है।