नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा, वृहद आर्थिक आंकड़ों और प्रमुख वैश्विक घटनाक्रमों से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। इटली में जनमत संग्रह के नतीजे (जो चार दिसंबर की रात में आएंगे) जैसे बड़े वैश्विक घटनाक्रम से शेयर बाजार दिशा ग्रहण करेगा जिसका प्रभाव घरेलू बाजार पर पांच दिसंबर को देखने को मिलेगा। इस जनमत संग्रह से पता चलेगा कि इटली यूरोक्षेत्र में रहेगा या नहीं। अमेरिकी रोजगार के आंकड़े और आगामी
- अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक सहित अन्य प्रमुख वैश्विक घटनाक्रम हैं जिनका असर बाजार पर पड़ेगा।
- घरेलू मोर्चे पर सेवाओं के पीएमआई आंकड़े सोमवार को आएंगे और जो बाजार की दिशा को तय करेंगे।
- कुछ बड़े नोटों को चलन से बाहर किये जाने के बाद बहुप्रतीक्षित मौद्रिक समीक्षा बैठक बुधवार, सात दिसंबर को होगी।
कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के संस्थापक एवं सीईओ रोहित गाडिया ने कहा, घरेलू स्तर पर बड़ा आयोजन अगले सप्ताह रिजर्व बैंक का ब्याज दर के संदर्भ में होने वाला फैसला है जो मध्यम अवधि में बाजार का रख तय करेगा। इसके अलावा संसद के चालू शीतकालीन सत्र में होने वाले घटनाक्रम पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 85.68 अंक और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 27.50 अंक नीचे आया।
आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेन्ट्स के निदेशक एवं शोध प्रमुख अबिनाश कुमार सुधांशु ने कहा, हमारा मानना है कि अगले सप्ताह बाजार में उतार चढ़ाव रह सकता है। आगे जाते हुए निफ्टी को 8,036 से 7,950 अंक पर मजबूत समर्थन प्राप्त होगा। इसे 8,180 से 8,240 अंक के स्तर पर प्रतिरोध और बिकवाली दबाव का सामना करना पड़ सकता है।