नई दिल्ली। सोमवार को दुनियाभर के शेयर बाजारों में बढ़त देखने को मिली है। इसकी एक बड़ी वजह कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में मौत की दर गिरने से इस संकट के काबू आने की उम्मीद का बढ़ाना है। हालांकि कोरोना वायरस अभी दुनिया के लिए जानलेवा बना हुआ है। इससे मरने वालों का आंकड़ा 70,000 को पार कर गया है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 12.5 लाख से अधिक हो चुकी है। फिर भी इससे मरने वालों की दर की रफ्तार धीमी पड़ी है।
आज अमेरिकी बाजारों में शुरुआती तेजी देखने को मिली है। कारोबार के दौरान अमेरिकी बाजार के तीनों प्रमुख इंडेक्स डाओ जोंस, नैस्डेक और एसएंडपी में 5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है।
इससे पहले एशियाई और यूरोपीय शेयर बाजारों में सोमवार को सुधार देखा गया। इटली में रोज होने वाली कोरोना वायरस रोगियों की मौत का आंकड़ा सोमवार को पिछले दो हफ्तों में सबसे कम रहा। वहीं स्पेन में मरने वालों की संख्या में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही। फ्रांस में भी पिछले एक हफ्ते में सोमवार को मरने वालों की संख्या सबसे कम रही। यूरो मुद्रा परिचालन वाली अर्थव्यवस्थाओं ‘यूरोजोन’ के प्रमुख फ्रैंकफर्ट शेयर बाजार सुबह के कारोबार में 4.5 प्रतिशत चढ़ गया। इसी तरह पेरिस में 3.7 प्रतिशत, मैड्रिड में तीन प्रतिशत और मिलान में 3.2 प्रतिशत की तेजी देखी गयी।
दोपहर के कारोबार तक लंदन शेयर बाजार में 2.1 प्रतिशत का उछाल देखा गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन को एहतियाती तौर पर अस्पताल में भर्ती किए जाने की खबरों से इस बढ़त पर लगाम रही। वह कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के चलते पिछले 10 दिन से पृथक रह रहे थे। दक्षिण कोरिया में पिछले छह हफ्ते में कोरोना वायरस के छह मामले आए हैं और ऑस्ट्रेलिया में भी इसकी दर गिर रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में स्थिति स्थिर हो रही है। तोक्यो, सिडनी और मनीला जैसे प्रमुख एशियाई शेयर बाजारों में चार प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। जबकि सिंगापुर, सियोल, जकार्ता के शेयर बाजार लगभग चार प्रतिशत बढ़े। वहीं हांगकांग शेयर बाजार 2.2 प्रतिशत चढ़ा जबकि शंघाई और भारतीय शेयर बाजार छुट्टी के चलते बंद रहे।