नई दिल्ली। दिसंबर तिमाही में वोडाफोन आइडिया का घाटा बढ़कर 6439 करोड़ रुपये हो गया है। घाटे में ये बढ़ोत्तरी कर्ज लागत और संपत्तियों का अवमूल्यन यानि एसेट डिप्रीशीएशन में उछाल की वजह से देखने को मिला है। वहीं आय में गिरावट का भी कंपनी के नतीजों पर दबाव रहा है।
पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का घाटा 5004 करोड़ रुपये था। हालांकि दिसंबर तिमाही का आंकड़ा सितंबर तिमाही में हुए 50922 करोड़ रुपये के घाटे से बेहतर रहा। अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के दौरान दर्ज हुआ घाटा कर्ज लागत और एसेट डिप्रीशीएशन में उछाल की वजह से देखने को मिला है। तिमाही के दौरान कर्ज लागत 30 फीसदी बढ़कर 3722 करोड़ रुपये रही है। वहीं एसेट डेप्रीसिएशन 23 फीसदी बढ़कर 5877 करोड़ रुपये रहा है। इस दौरान कंपनी की कुल आय पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 5 फीसदी गिरकर 11380 करोड़ रुपये पर आ गई। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 11982 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
नतीजों के बाद वोडाफोन आइडिया के एमडी और सीईओ रविंद्र ठक्कर ने कहा कि पिछली कई तिमाही के दौरान आय में दबाव के बाद अब बेहतर संकेत मिल रहे हैं। सितंबर के बाद से आय में रिकवरी देखने को मिली है। दिसंबर से दरों में बढ़ोत्तरी के बाद से आय में आगे और बढ़त आने की उम्मीद है।